Uttarkashi Tunnel Rescue: सिल्क्यारा में रेस्क्यू पूरा, सीएम धामी ने शेयर किया वीडियो और फोटो, जानें क्या कहा?
Uttarkashi Tunnel Rescue Updates: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सिल्कयारा सुरंग से बचाए गए श्रमिकों ले जा रही एंबुलेंस के पास निरीक्षण किया.
Uttarkashi Tunnel Rescue News: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सिल्क्यारा बैंड टनल से सभी 41 मजदूरों को निकाले जाने पर पहली प्रतिक्रिया दी है. सीएम ने एक वीडियो शेयर कर लिखा- धैर्य, परिश्रम एवं आस्था की हुई जीत.मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सिल्कयारा सुरंग से बचाए गए श्रमिकों ले जा रही एंबुलेंस के पास निरीक्षण किया.
इससे पहले सीएम ने लिखा थासिलक्यारा टनल में फंसे श्रमिक भाइयों को बाहर निकालने का कार्य प्रारंभ हो चुका है. अभी तक 8 श्रमिकों को रेस्क्यू कर लिया गया है. सभी श्रमिकों का प्रारंभिक स्वास्थ्य परीक्षण टनल में बने अस्थाई मेडिकल कैंप में किया जा रहा है.
केंद्रीय मंत्री गडकरी ने भी दी प्रतिक्रिया
वहीं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि मैं पूरी तरह से राहत महसूस कर रहा हूं और खुश हूं क्योंकि सिल्कयारा में फंसे 41 श्रमिकों को सफलतापूर्वक बचाया गया.
उन्होंने कहा कि मुझे बेहद खुशी है कि सिल्कयारा सुरंग के अंदर फंसे 41 श्रमिकों को सफलतापूर्वक बचाया गया है. पीएमओ के नेतृत्व में सभी एजेंसियों ने दिन-रात काम किया है.मैं बचाए गए श्रमिकों को अपनी शुभकामनाएं देना चाहता हूं. मैं भी उन कर्मियों को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने बचाव अभियान में मदद की.अब सुरंग का सुरक्षा ऑडिट भी किया जाएगा.'
उत्तराखंड में सिलक्यारा सुरंग में पिछले 17 दिन से फंसे श्रमिकों के बाहर निकाले जाने का मंगलवार को सिलसिला खत्म हो गया और सभा 41 मजदूर बाहर निकाले गए. अधिकारियों ने बताया कि श्रमिकों को एक-एक करके 800 मिमी के उस पाइप के जरिए बाहर निकाला गया जिसे मलबे में ड्रिल करके डाला गया था. सभी श्रमिक सुरक्षित हैं.
श्रमिकों को मुख्यमंत्री ने अपने गले लगाया
मजदूरों को निकाले जाने के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह भी मौजूद रहे .
बाहर निकाले गए श्रमिकों को मुख्यमंत्री ने अपने गले लगाया तथा उनसे बातचीत की. बचाव कार्य में जुटे लोगों के साहस की भी उन्होंने जमकर सराहना की.
इससे पहले अभियान से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि शाम सात बजकर पांच मिनट पर सुरंग के अवरूद्ध हिस्से में फैले मलबे की खुदाई कर पाइप आर-पार पहुंचाई गई. चारधाम यात्रा मार्ग पर बन रही सुरंग का एक हिस्सा 12 नवंबर को ढह गया था, जिससे उसमें 41 श्रमिक फंस गए थे.