(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Uttarkashi Tunnel Rescue LIVE: सुरंग से निकले श्रमिकों को चिनूक से ले जा रहे AIIMS, कल पीएम कर सकते हैं मुलाकात
Uttarakhand Silkyara Tunnel Rescue Highlights: सिलक्यारा सुरंग में फंसे मजदूर को एक-एक करके बाहर निकाला जा चुका है. ऑपरेशन कामयाब हो चुका है. पीएम मोदी ने सीएम धामी से बात की.
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Uttarakhand Tunnel Collapse Rescue Highlights: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सिलक्यारा सुरंग में फंसे मजदूरों को आज 17वां दिन हैं. पिछले दो सप्ताह से निर्माणाधीन सिलक्यारा-बड़कोट सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए वैकल्पिक रास्ता तैयार करने के लिए रविवार को सुरंग के ऊपर से वर्टिकल ‘ड्रिलिंग’ शुरू की गयी थी जो सोमवार को भी जारी रही.
वर्टिकल ड्रिलिंग का काम 36 मीटर तक पहुंच गया है. इस बीच मलबे को 'रैट होल माइनिंग' तकनीक से साफ करने के लिए विशेषज्ञ मौके पर पहुंच गए और उन्होंने अपना काम शुरू कर दिया. उत्तराखंड में चारधाम मार्ग पर बन रही साढ़े चार किलोमीटर सुरंग का एक हिस्सा ढहने से फंसे श्रमिकों के बाहर आने को लेकर बढ़ रहे इंतजार के बीच शुरू की गयी वर्टिकल ड्रिलिंग उन पांच विकल्पों में से एक है जिन पर कुछ दिन पहले काम शुरू किया गया था.
बचाव कार्यों में सहयोग के लिए उत्तराखंड सरकार की ओर से नियुक्त नोडल अधिकारी नीरज खैरवाल ने सिलक्यारा में मीडिया को बताया कि तड़के तक मलबे के अंदर फंसे ऑगर मशीन के हिस्सों को काटकर निकाल दिया गया.
उन्होंने कहा कि ऑगर मशीन का हेड (सिरा) भी पाइप के अंदर फंसा हुआ था और अब उसे भी हटा दिया गया है. हालांकि, उन्होंने कहा कि मशीन के ‘हेड’ को निकालने के लिए कुल 1.9 मीटर पाइप को भी काटना पड़ा. खैरवाल ने बताया कि उसके बाद सुरंग के मलबे के अंदर बारी-बारी से 220 मिमी, 500 मिमी और 200 मिमी लंबी यानी कुल 0.9 मीटर लंबी पाइप डाली गई. वहीं 1.6 मीटर की मैन्युअल ड्रिलिंग पूरी हो गई है. 1.6 मीटर तक पाइप डाला गया है.
अधिकारियों ने यहां बताया कि क्षैतिज ड्रिलिंग कर रही अमेरिकी ऑगर मशीन के टूटने के एक दिन बाद वर्टिकल ‘ड्रिलिंग’ शुरू की गयी है. उन्होंने बताया कि सुरंग में फंसे श्रमिकों तक पहुंचने के लिए कुल 86 मीटर लंबवत ड्रिलिंग की जाएगी और इसमें चार दिन का समय लगेगा.
मजदूरों के परिवार के सदस्य उन्हें वहां से सुरक्षित तरीके से निकाले जाने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं. श्रमिकों के परिजनों को उम्मीद है कि सिलक्यारा सुरंग के अंदर मौजूद सभी श्रमिकों को जल्द ही निकाल लिया जाएगा. सुरंग का एक हिस्सा ढह जाने से उसमें कुल 41 श्रमिक फंसे हुए हैं और उन्हें निकालने का अभियान किसी न किसी कारण से बाधित हो रहा है.
ऋषिकेश एम्स में भी जांच होगी- CM धामी
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, 'मैं सबसे(श्रमिकों से) मिला, सबका हाल-चाल लिया. सभी लोग स्वस्थ हैं और प्रसन्न हैं. सभी श्रमिक, उत्तराखंड सरकार और प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद कर रहे हैं. हम सौभाग्यशाली हैं कि हमें नरेंद्र मोदी जैसा नेतृत्व मिला है. पूरे देश ने देखा कि जब हमारे श्रमिक भाई सुरंग के अंदर थे तो इस बचाव अभियान में विश्व के सबसे अच्छे प्रयास किए गए हैं. चिकित्सकों के परामर्श के अनुसार एक बार उनकी ऋषिकेश एम्स में भी जांच होगी.'
चिनूक हेलिकॉप्टर से ऋषिकेश एम्स गए श्रमिक
सभी श्रमिकों को चिनूक हेलिकॉप्टर से ऋषिकेश एम्स लेकर जाया जा रहा है.
ये हम सभी के लिए बहुत ऐतिहासिक पल- ब्रजेश पाठक
उत्तरकाशी सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को सुरक्षित निकाले जाने पर उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा, "मैं प्रभु को दंडवत प्रणाम करते हुए धन्यवाद अदा करता हूं कि वो हमारे श्रमिक भाइयों को सकुशल बाहर ले आए... ये हम सभी के लिए बहुत ऐतिहासिक पल था."
कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आ सकते हैं
उत्तरकाशी टनल से निकाले गए 41 मजदूरों को ऋषिकेश एम्स लाया जा रहा है सूत्र की माने तो कल 30 नवंबर को मजदूरों से मिलने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आ सकते हैं
पीएम मोदी ने मजदूरों से की बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिल्कयारा सुरंग से सफलतापूर्वक बचाए गए श्रमिकों से टेलीफोन पर बातचीत की. बता दें कि सभी मजदूरों को एंबुलेंस की मदद से अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है.
Prime Minister Narendra Modi had a telephonic conversation with the workers who have been successfully rescued from the Silkyara tunnel.
— ANI (@ANI) November 28, 2023