Uttarkashi Tunnel Accident: उत्तरकाशी में दिवाली के दिन यमुनोत्री (Yamunotri) राष्ट्रीय राजमार्ग पर धंसी निर्माणाधीन सुरंग में फंसे लोगों को बचाने के लिए एनडीआरएफ की टीम दूसरे दिन भी जुट गई है. राहत की बात ये हैं सुरंग में फंसे सभी लोग सुरक्षित है. उनके पास खाने और पीने का सामान पहुंचाया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी से राहत-बचाव कार्यों की जानकारी ली है. सीएम धामी भी घटना का स्थलीय निरीक्षण करने पहुंचे हैं.
एनडीआरएफ के असिस्टेंट कमांडेट करमवीर सिंह भंडारी ने रेस्क्यू ऑपरेशन के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि अब तक दस से पंद्रह मीटर की खुदाई हो चुकी है. अंदर जितने भी लोग है वो सभी सुरक्षित हैं. उनके लिए खाने के चिप्स और पानी सी व्यवस्था कर दी गई थी. हम उम्मीद है कि आज उन्हें बाहर निकालने की कोशिश करेंगे.
जानें कब पूरा होगा रेस्क्यू ऑपरेशन
असिस्टेंड कमांडेट ने बताया कि टनल में कुल चालीस लोग फंसे हुए हैं. उनसे बात हो गई है, सभी लोग सुरक्षित हैं. अब तक टनल की शुरुआत से दो सौ मीटर अंदर तक सारा प्लास्टर वगैरह का काम हो रखा है, लेकिन आगे प्लास्टर नहीं हो पाया है. जिसकी वजह से वो अचानक बैठ नीचे बैठ है. वहां पर जो मशीन लगी हुई है उसकी वजह से मलबा भी ऊपर से नीचे कर रहा है. उन्होंने उम्मीद जताई है कि आज एनडीआरएफ बचाव कार्य पूरा हो जाना चाहिए.
टनल में फंसे सभी लोग सुरक्षित
उत्तरकाशी के सर्किल ऑफिसर प्रशांत कुमार ने बताया कि टनल के अंदर चालीस लोग फंसे हुए हैं. यहां लगे पाइपलाइन के जरिए वॉकी टॉकी से फंसे हुए लोगों से संपर्क किया गया है, मलबे का पैच साठ मीटर का है. पंद्रह से बीस मीटर तक मलबा हटाया जा चुका है. अंदर पानी और खाने का सामान भेजा गया है. इसे हटाने में कितना समय लगेगा ये कहना मुश्किल है. मलबा हटाने के लिए वजह से ऊपर से मलबा गिर रहा है. इसलिए साइड में पैच बनाकर अंदर जाने की कोशिश की जा रही है.
पीएम मोदी ने की सीएम धामी से बात
उत्तरकाशी में निर्माणाधीन टनल ने राहत बचाव कार्य पर पीएम मोदी की भी नजर बनी हुई है. सीएम धामी ने बता कि लेपचा से लौटते ही प्रधानमंत्री ने फोन पर उनसे बात की और राहत कार्यों का जायजा लिया. उन्होंने श्रमिको की स्थिति का भी जायजा लिया और हर संभव मदद का आश्वासन दिया है. केंद्रीय एजेसिंयों को भी राहत बचाव में मदद करने का निर्देश दिया गया है.