Uttarkashi Tunnel Collapse: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में टनल हादसे में 41 जिन्दगियों को बचाने के लिए युद्ध स्तर पर काम जारी है. बीते दिनों सीएम पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने हादसे वाली जगह का दौरा किया और आवश्यक दिशा निर्देश दिये. गडकरी ने निरीक्षण के बाद पत्रकारों से वार्ता के दौरान कहा कि अगर मशीनों का काम सही तरीके से जारी रहा तो 2 से ढाई दिनों के भीतर टनल में फंसे मजदूरों से रेस्क्यू टीम का संपर्क हो जाएगा. इसके साथ ही प्रधानमंत्री कार्यालय भी इस रेस्क्यू ऑपरेशन पर नजर बनाए हुए है.
इन सबके बीच रेस्क्यू टीम टनल पर 6 विकल्पों पर काम कर रहा है. आइए हम आपको उन विकल्पों के बारे में बताते हैं जिन पर काम चल रहा है.
1- टनल के अंदर सिलक्यारा की तरफ़ से जिस जगह पर टनल का रास्ता मलबा गिरने से बंद हुआ था. इसी जगह से ऑगर मशीन के ज़रिये की ड्रिलिंग जा रही है.
2- टनल के दूसरे हिस्से बडकोट की तरफ़ से भी शुरू ड्रिलिंग होगी.
3- टनल के ठीक ऊपर जो पहाड़ी है वहाँ से भी ड्रिलिंग की जायेगी.
4- ऊपरी हिस्से पर एक और जगह है ज़हां पर मार्किंग की गई है वहाँ से भी ड्रिल की कोशिश की जायेगी.
5- टनल की दाँयी और से भी रास्ता तैयार किया जायेगा.
6- टनल की बांई और से भी रास्ता निकालने की तैयारी होगी.
सीएम ने पीएम से की बात
उधर, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संवाद के बाद सोशल मीडिया साइट एक्स पर जानकारी दी. उन्होंने लिखा- प्रधानमंत्री ने दूरभाष के माध्यम से सिलक्यारा के पास निर्माणाधीन टनल में फंसे श्रमिकों को सुरक्षित निकालने हेतु संचालित राहत एवं बचाव कार्यों की जानकारी ली.
केंद्र सरकार द्वारा आवश्यक बचाव उपकरण व संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं. केंद्र व राज्य की एजेंसियां परस्पर समन्वय और तत्परता के साथ राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं. टनल में फंसे श्रमिक सुरक्षित हैं और उन्हें ऑक्सीजन, पौष्टिक भोजन और पानी उपलब्ध करवाया जा रहा है.
राहत और बचाव कार्यों के लिए एक्सपर्ट्स की राय भी ली जा रही है.सुरंग के अंदर फंसे सभी श्रमिकों को शीघ्र व सकुशल बाहर निकालने की पूरी कोशिश की जा रही है.