Uttarkashi News In Hindi: उत्तराखंड स्थित उत्तरकाशी के सिल्क्यारा में 41 मजदूरों का रेस्क्यू आखिरी चरण में हैं. इस बीच एनडीएमए ने प्रेस वार्ता की. एनडीएमए ने कहा कि 58 मीटर की ड्रिलिंग हो चुकी है, लगभग 2 मीटर और खोदने की जरूरत है.


NDMA के सदस्य सैयद अता हसनैन ने कहा कि अभियान इस तरह का चलता है हम 400 से ज्यादा घंटे तक हम लगे रहे हैं. पूरे सेफ्टी के साथ काम किया जा रहा है. बहुत बाधाएं आई हैं. हम कामयाबी के करीब हैं. सरकार का हर विभाग इसमें जुटा था. सबसे पहला संवाद हमने रेलवे से किया था.


उन्होंने कहा कि एयर फोर्स, एनडीआरएफ की टीमें लगीं थीं. टेलीकम्यूनिकेशन विभाग ने कनेक्टिविटी सुधारी है. एसडीएमए और एसडीआरएफ की टीम ने शानदार काम किया. यह सब तब ही हो पाता है, जब उपर से आदेश साफ हो. पीएमओ ने सबके हौसले को बढ़ाया. कल शाम से वर्टिकल ड्रिलिंग हो रही है। 45 मीटर हो चुकी है. अभी भी काम चल रहा है.


Uttarkashi Tunnel Rescue Update: उत्तरकाशी टनल रेस्क्यू में अभी लगेगा और समय, सामने आई ये बड़ी बाधा


'हम 58 मीटर तक पहुंच गये'
लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) सैयद अता हसनैन ने कहा- सुरंग 41 लोग हैं और बाहर कई लोग हैं जो बचाव कार्य, सुरक्षा और सुरक्षा में शामिल हैं, ये लोग समान रूप से महत्वपूर्ण हैं. हम किसी भी तरह की जल्दी में नहीं हैं. 


उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए लाभदायक रहेगा. 12 मीटर तक ब्लास्टिंग का काम भी हो गया है. एसडीआरएफ, एनडीआरएफ को सपोर्ट देगी. 3 से 5 मिनट एक शख्स को निकालने में लगेंगे. सभी मजदूरों को निकालने में तकरीबन 3-4 घंटे लगेंगे.


हसनैन ने कहा कि सुरक्षाकर्मियों की सुरक्षा भी जरूरी है. चिनूक को रात में फ्लाई नहीं कराया जाएगा. 10 बेड की सुविधा वहीं है. हसनैन ने कहा कि हम सफलता के करीब हैं लेकिन अभी तक वहां नहीं पहुंचे हैं. मैनुअल काम चलता रहा और हम 58 मीटर तक पहुंच गये. मलबा काटा जा चुका था और पूरी रात काम चल रहा था. हमारे रैट माइनर्स, विशेषज्ञ और सेना के इंजीनियर इसे 58 मीटर तक ले जाने में सक्षम हैं और पाइप को ऑगर मशीन की मदद से धकेल दिया गया है."