(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Exclusive: उत्तरकाशी रेस्क्यू का बड़ा अपडेट, मजदूरों को बाहर लाने लिए लिए अंदर गए NDRF-SDRF के जवान
Uttarkashi Tunnel Rescue: उत्तकाशी में टनल रेस्क्यू का अभियान अपने अंतिम पड़ाव में पहुंच चुका है. एक-एक करके मजदूरों को टनल से बाहर निकाला जाएगा. बाहर हलचल शुरू हो गई है.
Uttarkashi Tunnel Rescue Update: उत्तरकाशी के टनल में फंसे 41 मजदूरों को लेकर एबीपी न्यूज़ को बड़ा एक्सक्लूसिव अपडेट मिला है. विश्वस्त सूत्रों ने एबीपी न्यूज़ को जानाकरी दी है कि मजदूरों को बचाने का मिशन अपने आखिरी पड़ाव में है. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के एक-एक जवान टनल के अंदर घुस गए हैं. नाम न बताने की शर्त पर एक आला अधिकारी का कहना है कि अगले चंद मिनट में मजदूरों को निकालने का काम शुरू हो जाएगा.
अभी लगभग आधे घंटे घंटे में एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें पाइप से भीतर जायेंगी. उसके बाद मज़दूरों को निकालने का काम शुरू हो जाएगा. अभी लगभग आधे घंटे घंटे में एसडीआरएफ और एनडीआरएफ़ की टीमें पाइप से भीतर जायेंगी. उसके बाद मज़दूरों को निकालने का काम शुरू हो सकता है. सीएम पुष्क सिंह धामी ने सोशल मीडिया एक्स पर कहा, "सिलक्यारा टनल में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन में बड़ी सफलता मिली है, पाइप पुशिंग का कार्य मलबे के आर-पार हो चुका है. अब श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने की तैयारी शुरू कर दी गई है."
इससे पहले अधिकारियों ने बताया था कि एनडीआरएफ के जवान खुदाई कर मलबे में अंदर डाले गए स्टील पाइपों के अंदर जाएंगे और श्रमिकों को एक-एक करके बाहर लाएंगे. श्रमिकों को निकासी के बाद तत्काल चिकित्सा देखभाल प्रदान करने के लिए सुरंग के अंदर आठ बिस्तरों वाला एक अस्थायी स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किया गया है. अभी तक किए गए अभ्यास के अनुसार, हर श्रमिकों को कम उंचाई के पहिए वाले स्ट्रेचरों पर लिटाया जाएगा और उसे बचावकर्मियों द्वारा रस्सियों की मदद से बाहर खींचा जाएगा. सुरंग में बचावकार्य पूरा होने की जानकारी आने से कई घंटे पहले से सुरंग के आसपास हलचल तेज हो गयी थी. श्रमिकों के बाहर आते ही उन्हें अस्पताल तक पहुंचाने के लिए एंबुलेंस सुरंग के बाहर तैयार खड़ी हैं. श्रमिकों को निकटवर्ती चिन्यालीसौड़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया जाएगा जहां 41 बिस्तरों का एक अलग वार्ड बनाया गया है. एंबुलेंस को चिन्यालीसौड़ जल्द पहुंचाने के लिए पहले से बनी कच्चे मार्ग को ठीक कर दिया गया है. स्ट्रेचरों को सुरंग के अंदर ले जाया गया है.