Uttarkashi टनल में फंसा है मिर्जापुर का लाल, घर की नजरें टीवी पर, भगवान की दर पर परिजन
Uttarkashi Tunnel Rescue News: उत्तराखंड में पिछले 3 साल से सुपरवाइजर के रूप में कार्य कर रहे अखिलेश पिछले 12 दिन से उत्तरांचल टनल हादसे में फसे हुए हैं.
Uttarkashi Tunnel Update: पूरा देश इस समय उत्तरकाशी की सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकलने का इंतजार कर रहा है.मिर्ज़ापुर जनपद के अदलहाट थाना के घरवासपुर के रहने वाले अखिलेश कुमार भी 13 दिन से फसे है.उनको बाहर निकलने को लेकर गांव में लोग टीवी पर नजर बनाये रखे हुए हैं.सब यही दुआ कर रहे हैं जल्द बाहर सुरक्षित निकले. गांव वालों का कहना हम लोग दीपावली के दिन दिया नही जलाए थे उनके निकालने के बाद दीपावली मनाया जाएगा पिता रमेश भी उनके बाहर आने को लेकर चिंतित हैं.
उत्तराखंड में पिछले 3 साल से सुपरवाइजर के रूप में कार्य कर रहे अखिलेश पिछले 12 दिन से उत्तरांचल टनल हादसे में फसे हुए है. 12 दिन से जहा एक तरफ सरकार फसे हुए मजदूरों को निकलने में दिन रात एक किए हुए है तो वही परिवार वाले भी जब से यह मजदूर टनल में फसे हुए है तब से बस उसके सुरक्षित निकलने की प्रार्थना कर रहे है , इस दौरान सबसे मुस्किल दौर में उसकी पत्नी है जो की गर्भवती है. परिवार में अकेले कमाने वाले अखिलेश की स्वस्थ निकलने की कामना कर रहें है.
पूरे गांव में दुख का माहौल
उत्तरकाशी टनल में फंसे अखिलेश कुमार के पिता रमेश कुमार ने मीडिया से बातचीत में कहा कि ने बताया की पूरे गांव में दुख का माहौल है, हम लोग टीवी के माध्यम से सबकुछ समाचार देख रहे हैं, भगवान से दुआ कर रहे है जल्द से जल्द बच्चों को वहां से निकाले और सरकार भी अपने काम में लगी हुई है, हम लोग किसी तरह से रात-दिन बिता रहे हैं, एक एक पल हम लोगों के लिए भारी समझ में आ रहा है, उम्मीद तभी हो सकती है हम लोगों की जब वहां तक पाइप पहुंच जाए, वहां से मजदूर खबर दे दें कि हां यहां तक पाइप आ चुका है, तभी हम लोगों को कुछ संतुष्टि मिल सकती है.
वहीं अखिलेश कुमार के गांव के रहने वाले संदीप जो कि रिस्ते में भाई हैं, उन्होंने बताया कि मैं टीवी और सोशल मीडिया में एक्टिव हूं, इन्ही के माध्यम से हमें जानकारियां मिल रही है और परिजनों के बराबर अवगत करा रहे हैं, ताकि इनको भी संतुष्टि मिलती रहे, जिस तरके से प्रधानमंत्री भारत सरकार और दो-दो मुख्यमंत्री उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड दोनों लगे हुए हैं, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ सभी टीमें लगी हुई हैं, हमें पूरी उम्मीद है कि आज शाम तक बहुत ही अच्छी खबर सुनने को मिलेगी, मेरा भाई जल्द ही अपनो के बीच वापस आएगा, इस समय हम सारे कामकाज छोड़कर बस न्यूज देख रहे हैं, सभी लोग भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं, हमरी दिवाली फीकी गई हमारा छट फीका गया, लेकिन हम उम्मीद रखते हैं कि हम बड़ी दिवाली मनाएंगे.