Uttarkashi Tunnel Accident: ये हैं मजदूरों को बचाने वाले 'असली हीरो', रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए नहीं देखा दिन-रात
Uttarkashi Tunnel Rescue: टनल में फंसे मजदूरों को 17 दिनों तक चले बचाव अभियान के बाद सुरक्षित बाहर निकाला गया है. आपको मजदूरों के रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे अधिकारियों के बारे में बताते हैं.
Uttarkashi Tunnel Rescue Operation: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सिलक्यारा टनल में फंसे 41 श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. ये श्रमिक पिछले 17 दिनों से इस टनल में फंसे हुए थे. इनको बचाने और रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा होने तक जिंदा रखने की जंग में कई बड़े-बड़े अधिकारी शामिल रहे हैं. आपको इनके बारे में बताते हैं.
भास्कर खुल्बे
उत्तरकाशी में 12 नवंबर को हुए हादसे के बाद पीएम मोदी के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए घटनास्थल पर पहुंच गए थे. वे मूल रूप से उत्तराखंड के ही रहने वाले हैं. 1983 बैच के आईएएस अफसर भास्कर खुल्बे नैनीताल में पले बढ़े हैं. वे 2014 से 2022 तक पीएमओ में कार्रयरत रहे हैं. इस दौरान उन्होंने पीएम के सचिव के साथ पीएम के सलाहकार का पद भी संभाला था. फिलहाल उत्तराखंड सरकार के पर्यटन विभाग के ओएसडी का पद संभाल रहे हैं.
मध्यमवर्गीय परिवार से आने वाले खुल्बे ने कुमाऊं विश्वविद्यालय के डीएसबी परिसर से एमएससी की थी. उनकी पत्नी मीता भी आईएएस ऑफिसर रही हैं. 1982 में इंडियन फॉरेस्ट सर्विसेज के लिए उनका चयन हुआ था, लेकिन वे पढ़ाई में लगे रहे और आईएएस के लिए भी चुने गए. उन्होंने पश्चिम बंगाल में विभिन्न पदों पर काम किया है. इसके अलावा वे ब्रुसेल्स में 2001 में भारतीय दूतावास में सलाहकार भी रहे थे.
नीरज खैरवाल
नीरज खैरवाल 2007 बैच के आईएएस अधिकरी हैं. मूलरुप से हरियाणा के रहने वाले हैं. जिला अधिकारी पिथौरागण और उधमसिंह नगर का कार्यभार संभाल चुके हैं. राज्य सरकार में फिलहाल सचिव पद पर कार्यरत हैं. धामी सरकार ने इन्हें रेस्क्यू ऑपरेशन का नोडल अधिकारी बनाया था.
बंशीधर तिवारी
बंशीधर तिवारी आईएएस अधिकारी हैं, राज्य के महानिदेशक सूचना हैं, वे लगातार पल-पल के हालत अपडेट करते रहे.
डीएम अभिषेक रुहेला
राजस्थान के निवासी अभिषेक रुहेला 2015 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और उन्होंने आईआईटी रुड़की से बीटेक किया है. फिलहाल वे जिला मजिस्ट्रेट, उत्तरकाशी के पद पर तैनात हैं. इसके अलावा वे चमोली व नैनीताल के एसडीएम, सिटी मजिस्ट्रेट देहरादून और सीडीओ टिहरी के पद पर भी रह चुके हैं. उनकी छवि एक तेज-तर्रार अधिकारी की है. देहरादून में उनका कार्यकाल काफी अच्छा रहा था.
मणिकांत मिश्रा एसडीआरएफ
मणिकांत मिश्रा आईपीएस (उत्तराखंड) उत्तरकाशी जिले के एसपी रहे हैं. उन्हें 2021 में एसडीआरएफ जॉली ग्रांट देहरादून, उत्तराखंड के कमांडेंट के रूप में तैनात किया गया था.
डिप्टी कलेक्टर मनीष कुमार सिंह
हरिद्वार के डिप्टी कलेक्टर मनीष कुमार सिंह ने भी इस रेस्क्यू ऑपरेशन में अहम भूमिका निभाई. मनीष सिंह उत्तराखण्ड के तेज तर्रार डिप्टी कलेक्टर माने जाते हैं. वो टिहरी गढवाल, पौड़ी गढवाल, हरिद्वार और नैनीताल में डिप्टी कलेक्टर भी रह चुके हैं. फिलहाल हरीद्वार में तैनात थे जिन्हें शासन ने इस अभियान पर खास तौर पर भेजा था.
सिल्क्यारा बचाव अभियान में हरिद्वार के जिला पूर्ति अधिकारी तेजबल सिंह, रुद्रप्रयाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी अखिलेश मिश्र की भूमिका भी अहम रही.
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