Uttarkashi Tunnel Rescue: उत्तरकाशी की सुरंग में फंसे मजूदरों के रेस्क्यू ऑपरेशन अपने आखिरी चरण में पहुंच गया है. अब बस कुछ घंटों की देरी ही बाकी है. ड्रिलिंग के दौरान आई बाधा को एक बार फिर से दूर कर लिया गया है. जिसके बाद आगे की ड्रिलिंग शुरू हो गई है. इस बीच एनडीआरएफ ने भी इस बात की तैयारियां शुरू कर दी हैं कि सुरंग बनने के बाद श्रमिकों को कैसे बाहर निकाला जाएगा. एनडीआरएफ ने इसके लिए अब से थोड़ी देर पहले ही मॉक ड्रिल की. 


एनडीआरएफ ने श्रमिकों को सुरंग से निकालने के लिए मॉक ड्रिल की और ये जानने की कोशिश की जब स्ट्रेचर के जरिए एक-एक मजदूरों को बाहर निकाला जाएगा तो उसमें किस तरह की परेशानी आ सकती है. इस मॉक ड्रिल का एक वीडियो सामने आया है,  जिसमें देखा जा सकता है कि कैसे एक एनडीआरएफ कर्मी को सुरंग के अंदर भेजा गया है और फिर उसे रस्सी के सहारे बाहर निकाला जा रहा है. 



स्ट्रेचर पर लिटाकर बाहर निकाला जाएंगे श्रमिक
वीडियो में एनडीआरएफ कर्मियों ने रस्सी से स्ट्रेचर को बांधा है, इस स्ट्रेचर पर भास्कर नाम का कर्मचारी को पेट के बल लेटा है और फिर टनल के बाहर मौजूद कर्मी उसे रस्सी के सहारे बाहर खींचते हैं. स्ट्रेचर पर पहिए लगे होने की वजह से वो काफी तेजी से बाहर आते हुए दिख रहा है. बाहर आने के बाद उसने बताया कि अंदर सांस लेने में उसे कोई दिक्कत नहीं हुई और स्ट्रेचर के जरिए आसानी से मजदूर बाहर आ सकते हैं. 


800 एमएम का पाइप डाला जा रहा है 
आपको बता दें कि मजदूरों को टनल से बाहर निकालने के लिए मलबे के अंदर 800 एमएम का एक पाइप डाला जा रहा है. जिसके जरिए 41 मजदूरों को बाहर निकाला जाएगा. ये पाइप संकरा हैं. इसलिए इसमें से लिटाकर ही मजदूरों को निकाला जा सकेगा. इस बात का भी ख्याल रखा जा रहा है कि पाइप से बाहर आते समय उन्हें सांस लेने में परेशानी न हो और ऑक्सीजन मिल सके.


UP Politics: यूपी में लोकसभा से पहले राज्यसभा के लिए होगी बीजेपी-सपा की जंग! इतनी सीटों पर होगा मुकाबला
खेलें इलेक्शन का फैंटेसी गेम, जीतें 10,000 तक के गैजेट्स


*T&C Apply