Uttarkashi Tunnel Rescue: सुरंग हादसे के 17वें दिन बाहर आए मजदूर, सामने आई पहली तस्वीर
बाहर निकाले जा रहे श्रमिको के परिजन भी टनल में मौजूद हैं . टनल से बाहर निकाले गए श्रमिकों की प्रारंभिक स्वास्थ्य प्रशिक्षण टनल में बने अस्थाई मेडिकल कैंप में की जाएगी.
Uttarkashi Tunnel Rescue: उत्तराखंड स्थित उत्तरकाशी के सिल्क्यारा बैंड टनल में फंसे मजदूरों को निकालने जाने की प्रक्रिया शुरु हो गई है. अब तक 35 मजदूर बाहर निकाले जा चुके हैं.
झारखंड निवासी विजय होरो को सबसे पहले निकाला गया है. दूसरे मजदूर गणपति होरो को भी सुरंग से बाहर निकाला गया है. इस दौरान मुख्यमंत्री ने शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया. अब तक पांच मजदूरों को सुरंग से बाहर निकाल लिया गया है.
इसके साथ ही मनजीत, अनिल , धीरेंद्र नायक, उनाधर नायक, तपन मंडल, राम प्रसाद, चंपा उराव, जय प्रकाश, सुखराम को बाहर निकाला जा चुका है. टनल से निकाले गए मजदूरों में रंजीत लोहार, महादेव नायक, जयदेव वैरा, सोखिम मन्ना, संजय, राजेंद्र भी शामिल हैं. रामसुंदर, सुबोध कुमार वर्मा, विश्वजीत वर्मा को भी बाहर निकाला गया है. टनल से समीर नायक, रविद्र नायक, राम मिलन को भी बाहर निकाल लिया गया है.
कर्मियों के मनोबल और साहस की जमकर सराहना
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बाहर निकाले गए श्रमिकों से मुलाकात कर रहे हैं . केंद्रीय राज्य मंत्री जनरल ( से.नि) वीके सिंह भी मौजूद हैं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने श्रमिको और रेस्क्यू अभियान में जुटे हुए कर्मियों के मनोबल और साहस की जमकर सराहना की.
बाहर निकाले जा रहे श्रमिको के परिजन भी टनल में मौजूद हैं . टनल से बाहर निकाले गए श्रमिकों की प्रारंभिक स्वास्थ्य प्रशिक्षण टनल में बने अस्थाई मेडिकल कैंप में की जाएगी.
सिल्क्यारा से अब तक 14 मजदूर बाहर निकाले जा चुके हैं. उनसे सीएम धामी और जनरल वीके सिंह ने बात की.
वहीं बचाव अभियान में शामिल एक श्रमिक बलिंदर यादव ने कहा कि जब पाइप धकेला जा रहा था तब मैं अंदर था. जब मैंने (फंसे हुए) श्रमिकों को देखा, तो मैं वापस आ गया. अब, यह एक खुली सड़क की तरह है और कोई भी आ-जा सकता है.
दूसरी ओर मज़दूरों की हालत को देखते हुए तय किया जाएगा की उनको अलग-अलग एम्बुलेंस में भेजना है या एक साथ 3-4 को.