Uttarkashi News: उत्तरकाशी के मोरी ब्लॉक के सांकरी तालुका मोटर मार्ग पर गियां गाड़ में अस्थायी पुलिया बहने के कारण ग्रामीण जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे है. ग्रामीण लकड़ियों के सहारे नदी को पार कर रहे हैं. नदी को पार करते वक्त हमेशा खतरा बना रहता है. अगर जरा भी ध्यान चुका तो बड़ा हादसा हो सकता है. इसको लेकर लोगों में मर्जी भी है कि अभी तक इस और प्रशासन का ध्यान नहीं गया. ग्रामीणों का कहना है कि कई सालों से यहां पुल का निर्माण नहीं हुआ है, जिससे लोगों को अभी तक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.


बता दें कि उत्तरकाशी ब्लॉक के दूरस्थ गांव ओसला, गंगाड़, पवाणी सहित ढाटमीर को जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना विभाग की ओर से गियांगाड़ में लकड़ी की एक अस्थायी पुलिया बनाई गई थी. यह पुलिया चार दिन पहले भारी बरसात के कारण बह गई. अब यहां से ग्रामीणों को आने जाने के लिए लकड़ियों का सहारा लेना पड़ रहा है जो बेहद खतरनाक है. ग्रामीणों ने नदी के ऊपर लकड़ी बिछाकर आवाजाही करने का एक रास्ता बनाया है जो फिलहाल खतरनाक है.


अभी तक नहीं हुआ पुल का निर्माण
वहीं हमने कुछ स्थानीय लोगों से बातचीत की जिम से एक स्थानीय निवासी राजपाल रावत का कहना है कि पीएमजीएसवाई विभाग लंबे समय से सड़क का निर्माण कर रहा है. लेकिन एक अदद पक्के पुल का निर्माण आज तक नहीं कर पाया है. शिकायत के बाद भी विभाग ध्यान नहीं दे रहा है. बता दें की पीएमजीएसवाई उत्तराखंड में तमाम सड़कें बनाने का दावा तो कर रहा है. लेकिन वो कितनी कारगर है. ये देखने वाली बात है, ग्रामीण फिलहाल इस पुलिया के कारण अपनी जान जोखिम डालकर नदी पार कर करने को मजबूर है.


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