Uttarkashi Tunnel Rescue Celebration: उत्तराखंड (Uttarakhand) के उत्तरकाशी जिले की सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को मंगलवार को बाहर निकाल लिया गया. ये सभी मजदूर 12 नवंबर दिवाली के दिन से निर्माणाधीन सुरंग में फंसे हुए थे. 400 घंटे से ज्यादा चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सभी को सकुशल बाहर निकाल लिया गया. सुरंग में उत्तर प्रदेश के काफी मजदूर फंसे हुए थे. मजदूरों के बाहर निकलने पर परिवार वालों ने खुशियों की दिवाली मनाई है.
श्रमिक के गांव में मनाया जश्न
उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती जिले के रहने वाले श्रमिक सुंदर की पत्नी शीला ने सिलक्यारा सुरंग से बचाए गए श्रमिकों को लेकर खुशी जाहिर की है. शीला ने कहा कि हम बहुत खुश हैं, कल हमने उनसे फोन पर बात की थी. हम केंद्र सरकार और बचाव कर्मियों का धन्यवाद करते हैं. पूरे गांव में बहुत खुशी है. श्रमिक राम सुंदर की मां धनपति ने कहा, "हम बहुत खुश हैं. कल शाम को हमने दिवाली मनाई, पूरे गांव ने कल खुशी से दिवाली मनाई."
इसी तरह श्रावस्ती जिले के ही रहने वाले श्रमिक संतोष की मां ने कहा कि हमारी संतोष से फोन पर बात हुई है, अभी वह अस्पताल में है. आज हमने दिवाली मनाई है. घरों में दीप जलाएं है. हम केंद्र सरकार और बचाव कर्मियों का धन्यवाद करते हैं. सिलक्यारा सुरंग से बचाए गए श्रावस्ती के एक श्रमिक राम मिलन के बेटे संदीप कुमार ने बताया, "बहुत अच्छा लग रहा है. सब लोग खुश हैं. उनसे बात हुई है. मैं केंद्र सरकार और बचाव कर्मियों का धन्यवाद करता हूं."
लखीमपुर में जलाए गए दीप, की गई आतिशबाजी
लखीमपुर खीरी में सिलक्यारा सुरंग से बचाए गए श्रमिक मंजीत की मां ने कहा, "हम बहुत खुश हैं, हमने आज दिवाली मनाई है. हमारा एक ही बेटा है. 17 दिन कैसे बीते हैं यह सिर्फ भगवान जानते हैं. 17 दिन हमारे लिए अंधेरा था, आज उजाला हुआ है. मैं केंद्र और राज्य सरकार का धन्यवाद करती हूं." टनल से मजदूरों के सकुशल बाहर निकलने का जश्न मनाया गया. इस दौरान लखीमपुर खीरी में आतिशबाजी भी की गई.
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