देहरादून, एबीपी गंगा। उत्तराखंड में अगले महीने के पहले सप्ताह में होने वाले विधानसभा सत्र को गैरसैंण में कराने को लेकर संशय बरकरार है। क्योंकि गैरसैंण में सत्र कराने को लेकर कभी सीएम का बयान तो कभी विधानसभा अध्यक्ष का एक के बाद एक बयान सामने आ रहा है। जिससे साफ है कि कहीं न कही गैरसैंण को लेकर सरकार की स्थिति स्पष्ट नहीं है, लेकिन सत्र कराने को लेकर विधानसभा अध्यक्ष सत्र की तैयारियां पूरा होने का दावा कर रहे हैं।
वहीं विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को कहा गया था कि साल में एक सत्र में होना चाहिए हालांकि सत्र कहां करना है और कितने दिन का करना है या सरकार का निर्णय होता है। यही नहीं विधानसभा की ओर से सत्र को लेकर सारी व्यवस्थाएं पूरी हैं और अगर गैरसैण में सत्र कराया जाता है तो व्यवस्थाओं के अभाव में किसी को दिक्कत नहीं आएगी। साथ ही बताया कि हालांकि कुछ विधायक और विपक्ष के लोगों को गैरसैंण में सत्र कराने में दिक्कत जरूर है। लेकिन सरकार देहरादून या फिर गैरसैंण दोनों विधानसभा में से कहीं भी सत्र कराने का निर्णय लेती है तो कोई दिक्कत नहीं है। दोनों जगहों के लिए व्यवस्थायें मुकम्मल है और विधानसभा परिषर दोनों जगह तैयार है।
हालांकि गैरसैंण में सत्र कराने के सवाल पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि यह सरकार का निर्णय है कि सत्र को किस स्थान पर कराना है और देहरादून या गैरसैंण दोनों जगहों में से जहां भी सरकार सत्र करने के लिए तय करेगी, लेकिन सरकार के कुछ उम्रदराज विधायकगणों को सर्दी के समय में दिक्क़ते आ सकती हैं और पूर्व में जो अनुभव रहा है वह भी कोई खास नहीं रहा लेकिन सरकार का निर्णय है कि सत्र कब और कहां करना है।