रमजान पर भी कोरोना का साया...सामूहिक नमाज, इफ्तार-सहरी पर रोक...न मानने वालों पर होगी कार्रवाई
रमजान का पवित्र महीना शुरू हो रहा है लेकिन कोरोना का साया भी इस पाक महीने पर पड़ रहा है। उत्तराखंड पुलिस ने इस संबंध में दिशा निर्देश जारी किये हैं।
देहरादून, एबीपी गंगा। आज से रमजान का महीना शुरू हो रहा है। उत्तराखंड पुलिस ने रमजान में इबादत को लेकर कुछ गाइड लाइन जारी की हैं। क्या है पुलिस की गाइड लाइन और कैसे लोग कोरोना महामारी के बीच रमजान में इबादत करेंगे, पढ़िये इस रिपोर्ट को।
आज शाम चांद दिखाई देने के बाद रमजान का पाक महीना शुरू होने जा रहा है, इसके लिए लोग तैयारी में जुटे हैं लेकिन इस बार रमजान के मुबारक महीने की रंगत फीकी नजर आएगी, क्योंकि उत्तराखंड पुलिस ने कोरोनावायरस महामारी के चलते स्वास्थय विभाग की गाइड लाइन पर रमज़ान के इस महीने में मस्जिदों और घरों में सामूहिक इबादत पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। साथ ही यह भी कहा गया है कि मस्जिदों में और न ही घर पर सामूहिक रूप से रोजा इफ्तार के कार्यक्रम किए जाएंगे, अगर ऐसा होता है तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
वहीं उत्तराखंड के डीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार ने ये भी कहा है कि मस्जिदों में अजान देने को लेकर किसी को मनाही नहीं है,, लेकिन यदि लाउड स्पीकर पर अजान दी जाती है तो उसकी आवाज कम रखी जाएगी। इसके अलावा दिन में दो बार सहरी और इफ्तार के वक़्त सायरन बजाया जा सकता है, वो भी कम आवाज में। साथ ही यह भी कहा गया है कि इसके अलावा किसी भी समय लाउड स्पीकर का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।
रमजान का मुबारक महीना बरक़त और रहमत का महीना माना जाता है। ऐसे में लोग इस महीने में अल्लाह से इबादत करते हैं। महामारी के इस वक़्त में सब अपने घर में इबादत करें और दुवाएं करे कि इस बीमारी से देश ही नहीं दुनिया को निजात मिले, लेकिन इबादत के दौरान सबको खयाल रखना होगा कि उनकी लापरवाही से किसी और को ये बीमारी न लग जाए इसके लिए जरूरी है सरकार के नियमों का पालन करें।