देहरादून: उत्तराखंड कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर हमला बोला है. उन्होंने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर कई सवाल खड़े किये. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की परिसंपत्तियों का मामला काफी समय से लंबित है, ऐसे में बीजेपी के पास इस समय अच्छा मौका है, जब उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में पूर्ण बहुमत की सरकार बीजेपी की है और केंद्र में भी. ऐसे में उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की परिसंपत्तियों का मामला बड़े आराम से सुलझाया जा सकता था. उन्होंने कहा कि 4 साल में उत्तराखंड और यूपी में बीजेपी की सरकार ने विकास के नाम पर कुछ नहीं किया. मात्र जनता को गुमराह करने का काम किया जा रहा है. परिसंपत्तियों के बंटवारे को लेकर की जाने वाली कार्रवाई अभी तक नहीं की गई जो दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि ऐसे में भाजपा सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की परिसंपत्तियों के मामले को निपटा देना चाहिए.


केदारनाथ में व्यवस्थाओं की खुली पोल


जोत सिंह बिष्ट ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की केदारनाथ की यात्रा पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि दोनों मुख्यमंत्रियों के केदारनाथ जाने के लिए की जानी वाली व्यवस्था में भारी खामियां देखने को मिली है. मौसम विभाग ने पूर्व में अनुमान जताया था कि 16 और 17 नवंबर को ऊंचाई वाले पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी और बारिश हो सकती है. ऐसे में सरकार द्वारा केदारनाथ में किये गए इंतजामों की पोल खुल गई है. उन्होने कहा कि दोनों मुख्यमंत्री भारी बर्फबारी के बाद केदारनाथ में फस गए, जिस कारण उनके कई कार्यक्रम भी स्थगित हुए. उन्होंने कहा कि जब मुख्यमंत्री केदारनाथ में फंस सकते हैं तो आम जनता का क्या हाल होगा? प्रदेश सरकार चार धाम यात्रा में श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्था को लेकर बड़ी-बड़ी बातें कर रही है, लेकिन इस साल पहली बर्फबारी ने सरकार के सभी दावों की पोल खोल दी है.


जनता को गुमराह कर रहे हैं सीएम 


जोत सिंह बिष्ट ने कहा कि उत्तराखंड स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत ने गैरसैण पर 25 हजार करोड रुपए अगले 10 सालों में खर्च करने की घोषणा की, जबकि प्रदेश पहले से ही 50 हजार करोड़ के कर्ज में है. वह प्रदेश का साल भर का अनुमानित बजट 50 हजार करोड़ है. ऐसे में पैसा कहां से आएगा या अपने आप में बड़ा सवाल है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत 2022 के चुनाव को लेकर घोषणाओं पर घोषण कर प्रदेश की जनता को गुमराह कर रहे हैं, पर इससे कुछ होने वाला नहीं है, जनता सब जानती है.


4 सालों में त्रिवेंद्र सरकार ने प्रदेश के विकास के लिए कुछ नहीं किया है. भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस की बात करने वाले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत खुद बड़े भ्रष्टाचार में घिर गए हैं. उच्च न्यायालय द्वारा मुख्यमंत्री पर भ्रष्टाचार को लेकर सीबीआई जांच के निर्देश तक दे डाले हैं, बेशक उत्तम न्यायालय से सीबीआई जांच पर रोक लगा दी हो परंतु जांच अभी खत्म नहीं हुई है.


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