Vaccination in Prayagraj: कोरोना की तीसरी आशंकित लहर (Third Wave of Coronavirus) से पहले उत्तर प्रदेश में आज एक बार फिर से टीकाकरण का विशेष अभियान (Vaccination Campaign) चलाया जा रहा है. इसके लिए पूरे प्रदेश में मेगा वैक्सीनेशन कैंप (Vaccinaton Camp) लगाए गए हैं. संगम नगरी प्रयागराज (Prayagraj) में आज एक लाख से ज्यादा लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य तय किया गया है. टीकाकरण के लिए यहां 376 केंद्र (376 Centers) बनाए गए हैं. इनमें से 314 केंद्र ग्रामीण इलाके में काम कर रहे हैं, जबकि 64 शहरी इलाके में हैं. टीकाकरण को लेकर प्रयागराज के लोगों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. यहां ज्यादातर केंद्रों पर लोगों की भारी भीड़ उमड़ी हुई है. शहर के मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज सेंटर पर तो इतनी भीड़ आई हुई है कि वहां तिल रखने तक की जगह नहीं है. हालांकि यहां लोगों के लिए बेहतर इंतजाम किए गए हैं.
वैक्सीनेशन केंद्र पर अफरा-तफरी
लोगों के जागरूक व जिम्मेदार बनकर टीकाकरण केंद्रों तक पहुंचने की वजह से ग्रामीण इलाकों के कुछ केंद्रों पर आज अव्यवस्था व अफरा-तफरी भी देखने को मिली है. हालांकि आज के टीकाकरण अभियान के दौरान वैक्सीनेशन सेंटर्स पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए हैं. प्रयागराज के ज्यादातर केंद्रों पर आज जिस तरह से लोगों की भीड़ उमड़ी हुई है, उसे देखकर यह कहा जा सकता है कि, एक लाख 2 हजार टीकाकरण का लक्ष्य आज पार हो सकता है और संगम नगरी प्रयागराज आज एक बार फिर से प्रदेश में सबसे ज्यादा वैक्सीन लगवाने वाले लोगों में शामिल हो सकता है.
टीकाकरण से तीसरी लहर आने पर नहीं होगा बड़ा नुकसान
प्रयागराज में मोती लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज सेंटर के टीकाकरण सेंटर के नोडल अफसर डॉक्टर उत्सव सिंह के मुताबिक जिले के लोग काफी जागरूक व जिम्मेदार हैं और वह अपनी जिम्मेदारी को निभाते हुए वैक्सीन की डोज लेने के लिए केंद्रों तक पहुंच रहे हैं. डॉक्टर उत्सव का कहना है कि, अगर लोग इसी तरह से जागरूक व जिम्मेदार बने रहे और टीकाकरण कराते रहें तो कोरोना की तीसरी लहर आने पर भी दूसरी लहर जैसा नुकसान नहीं होगा. कोरोना होने की सूरत में भी टीका कराने वाले लोगों की जिंदगी और सेहत खतरे में नहीं पड़ेगी. आज के मेगा वैक्सीनेशन अभियान के बाद प्रयागराज में टीकाकरण करा लेने वालों की संख्या तकरीबन 20 लाख पहुंच जाएगी. 18 साल से नीचे की उम्र को छोड़ दिया जाए तो जिले में वैक्सीन की डोज़ तकरीबन आधे लोग ले चुके हैं.
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