Cow Love Day: योगी के मंत्री धर्मपाल सिंह ने मनाया 'काऊ लव डे', गायों के बीच दिखा अनोखा अंदाज
Valentine's Day 2023: धर्मपाल सिंह ने यह भी कहा, ''दुनिया में ऐसा कोई पशु-पक्षी नहीं है जिसका मल-मूत्र पवित्र हो. मात्र गो माता हैं, जिनका गोबर और मूत्र पवित्र है. गाय के गोबर में लक्ष्मी का वास है.''
Cow Love Day: उत्तर प्रदेश के पशुधन, दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह (Dharam Pal Singh) ने वैलेंटाइन डे (Valentine's Day) पर मंगलवार को बख्शी का तालाब क्षेत्र के भैंसा मऊ में गायों को गुड़ और रोटी खिलाकर 'काऊ लव डे' मनाया. मंत्री ने कहा कि सबसे पहले प्रेम अपनी जन्म देने वाली माता से करना चाहिए, फिर गो माता से करना चाहिए. मंत्री सिंह ने रविवार को प्रदेश की जनता से वैलेंटाइन डे को गो माता के प्रति प्रेम के रूप में मनाने की अपील की थी और मंगलवार को उन्होंने खुद गायों को गुड़-रोटी खिलाकर अपने प्रेम का प्रदर्शन किया.
धर्मपाल सिंह ने कहा कि ''आज दुनिया के देशों में 14 फरवरी वैलेंटाइन डे नाम से मनाया जाता है. माता-पिता, भाई-बहन, पति-पत्नी समेत समाज में अनेक रिश्ते हैं जिनके प्रति प्रेम प्रदर्शित करना चाहिए.'' मंत्री ने आगे कहा कि ''हमारी तीन माताएं होती हैं, जन्म देने वाली माता, गो माता और भारत माता. सबसे पहले प्रेम अपनी जन्म देने वाली माता को करना चाहिए, फिर गो माता को करना चाहिए, फिर भारत माता को प्रणाम करना चाहिए.'' धर्मपाल सिंह ने कहा कि 'वैलेंटाइन डे' के अवसर पर 'काऊ लव डे' मनाने का काम करें, गौशाला में जाएं और गो माता को गुड़-रोटी खिलाएं, उनकी पूजा करें.''
गौशाला में मात्र जाने से ही भावनात्मक लगाव होता है- धर्मपाल सिंह
गौशाला में जाने के प्रभाव की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि ''गौशाला में मात्र जाने से ही भावनात्मक लगाव होता है और तनाव दूर हो जाता है. गौशाला में प्रवेश करते ही विकास के द्वार खुल जाते हैं.'' सिंह ने यह भी कहा कि ''दुनिया में ऐसा कोई पशु-पक्षी नहीं है जिसका मल-मूत्र पवित्र हो. मात्र गो माता हैं, जिनका गोबर और मूत्र पवित्र है. गाय के गोबर में लक्ष्मी का वास है.''
इसके पहले रविवार को जारी एक बयान में सिंह ने कहा था कि वैलेंटाइन डे के दिन गो माता को गुड़ और रोटी खिलाने के साथ-साथ उनका मस्तक व ग्रीवा स्पर्श कर उनसे आशीर्वाद भी प्राप्त किया जाये. उन्होंने कहा कि वेदों में वर्णन है कि 'गावो विश्वस्य मातरः' अर्थात 'गाय विश्व की माता है', इसलिए इस दिवस पर गो माता की नियमित रूप से सेवा का संकल्प भी लिया जाये.