Corona warriors फ्रंट लाइन के कोरोना योद्धा पुलिस कर्मियों के लिये वरदान से कम नहीं 'वामा सारथी'
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिये सरकार हर स्तर पर जुटी है। इन कोशिशों में पुलिस कर्मियों की भूमिका बेहद अहम है। ऐसे में दिन-रात जुटे इन योद्धाओं के लिये एक संस्था काबिले तारीफ काम कर रही है
लखनऊ, संतोष कुमार। कोरोना वायरस के इस संकटकाल में खाकी जहां गलियों चौराहों पर खड़ी होकर लॉक डाउन का पालन करवा रही है तो वहीं इनके परिवार वालों की मदद के लिए पुलिस अफसरों की पत्नियां काम कर रही हैं। यूपी आईपीएस ऑफीसर्स वाइफ वेलफेयर एसोसिएशन की संस्था ''वामा सारथी'' उन पुलिसकर्मियों के परिवारों की देखरेख कर रही है, जिनके घर वाले अपनी ड्यूटी के लिए सड़कों पर मुस्तैद है।
राजधानी लखनऊ की सड़कों पर तैनात तमाम पुलिसकर्मियों को समय से भोजन मिले, पानी मिले इसी के लिए राम मनोहर लोहिया के कम्युनिटी किचन में यह पुलिस वाले मदद करने में जुटे हैं। प्रसादम संस्था के साथ मिलकर रोजाना 4000 लंच पैकेट यह पुलिसकर्मी तैयार करते हैं। तो वहीं दूसरी ओर लखनऊ पुलिस लाइन में रहने वाले पुलिसकर्मियों के परिवार की देखरेख भी बखूबी की जा रही है। इनको रोज लखनऊ की एसीपी डॉ अर्चना सोशल डिस्टेंसिंग के साथ योगा सिखाती हैं, वहीं दूसरी ओर पुलिस लाइन में महिलाएं मास्क भी बनाती हैं।
यह सब आईपीएस अफसरों की पत्नियों के संगठन 'वामा सारथी' के द्वारा किया जा रहा है। लखनऊ में वामा सारथी की तरफ से पुलिस कमिश्नर की पत्नी नीता पांडे उन पुलिसवालों के परिवार की देखरेख कर रही हैं, जिनके घर वाले लखनऊ की सड़कों पर खड़े होकर लॉक डाउन का पालन करवा रहे हैं और कोरोना के संक्रमण को रोकने वाले योद्धा बने हैं। इन पुलिस परिवारों की मदद के लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है, जिस पर कॉल या व्हाट्सएप पर पुलिस परिवार की समस्या का हल किया जाता है।
यह वो वक्त है जब खाकी सड़क पर घूमने वाले अपराधियों से नहीं हवा में तैरने वाले कोरोना वायरस के संक्रमण से युद्ध करने में जुटी हैं और लॉकडाउन पालन के हथियार से लोगों की जिंदगी को बचा रही है। ऐसे में पुलिस वालों के परिवारों का ध्यान रखना उनकी मदद के लिए हमेशा खड़े रहना लखनऊ पुलिस के मुखिया की पत्नी वामा सारथी के जरिए उठा रही है।