(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
काशी विश्व मंदिर में मिलेगा बाबा का शुद्ध और सात्विक प्रसाद, तैयार किया गया विशेष प्लान
Kashi Vishwanath Mandir Prasad: तिरुपति बालाजी के प्रसाद को लेकर शुरू हुए विवाद के बाद प्रसाद की शुद्धता, सात्विकता पर प्रश्न लग गया. विश्वनाथ मंदिर ने अब बाबा के प्रसाद के लिए विशेष व्यवस्थ की है.
Varanasi News: दक्षिण भारत के विश्व प्रसिद्ध मंदिर तिरुपति बालाजी के प्रसाद से जुड़े मामले ने लोगों के सामने सवाल खड़ा कर दिया है. इस घटना के बाद अब देश भर के धार्मिक स्थल अपने यहां के प्रसाद की शुद्धता और सात्विकता को लेकर चौकस दिखाई दे रहे हैं.
इसी क्रम में अब काशी विश्वनाथ मंदिर में आयोजित न्यास परिषद की बैठक में बाबा को चढ़ाए जाने वाले प्रसाद से संबंधित विषयों पर एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है. अब बाबा को चढ़ाए जाने वाला प्रसाद एक सेंट्रलाइज्ड व्यवस्था के तहत तैयार किया जाएगा.
जिससे बाबा को चढ़ाए जाने वाले प्रसाद में अशुद्धता, मिलावट और किसी भी प्रकार के लापरवाही की कोई गुंजाइश न हो. फिलहाल अभी तक बाबा को चढ़ाए जाने वाला प्रसाद निर्धारित वेंडर के जरिये तैयार किया जाता रहा है.
कड़ी निगरानी में तैयार होगा प्रसाद
काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने एबीपी न्यूज से बातचीत में बताया कि मंदिर में बाबा को चढ़ाए जाने वाले प्रसाद की शुद्धता का विशेष ध्यान दिया जाता है.
विश्व भूषण मिश्रा ने बताया कि वर्तमान समय में वेंडर के जरिये तैयार किए जाने वाले प्रसाद और स्थल का समय- समय पर निरीक्षण भी किया जाता है, लेकिन आने वाले समय में इसे और अपग्रेड करने के बारे में विचार किया जा रहा है.
शुद्ध, सात्विक प्रसाद के लिए विशेष व्यवस्था
उन्होंने बताया कि न्यास परिषद की बैठक में इस विषय पर निर्णय लिया गया है कि काशी विश्वनाथ मंदिर के प्रसाद बनाने को लेकर एक सेंट्रलाइज्ड व्यवस्था तय की जाएगी, जिससे बाबा को चढ़ाए जाने वाला शुद्ध और सात्विक प्रसाद तैयार किया जा सके.
मंदिर प्रशासन के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा के मुताबिक, इसके माध्यम से सीधे तौर पर मंदिर प्रशासन की देखरेख में शास्त्रीय विधि, पूजन विधि के अंतर्गत प्रसाद बनाया जा सकेगा और उसकी रिकॉर्डिंग भी की जाएगी.
'मिलावट की नहीं होगी गुंजाइश'
इस व्यवस्था के माध्यम से बाबा के प्रसाद को किसी भी प्रकार के मिलावट और अशुद्धता से बचाया जा सकेगा. इस व्यवस्था में सीसीटीवी कैमरा होगा, प्रसाद बनाने वाले और केंद्र में प्रवेश करने वाले व्यक्ति ग्लव्स और अन्य स्वच्छता का विशेष ध्यान देंगे.
कड़ी निगरानी के अंतर्गत प्रसाद को बनाया जाएगा. प्रसाद बनाने की पूरी रिकॉर्डिंग होगी. न्यास के जरिये इसकी अनुमति भी प्रदान की जा चुकी है. दूसरी तरफ वर्तमान समय में वेंडर के माध्यम से बाबा को चढ़ाए जाने वाला लड्डू तैयार किया जाता है.
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