Varanasi News: काशी को देश की सांस्कृतिक राजधानी कहा जाता है इसके अलावा यहां हिंदू धर्म के साथ-साथ बौद्ध जैन धर्म सहित अलग-अलग धर्मों की प्राचीन विरासत भी मौजूद है. आपको जानकर हैरानी होगी कि काशी में ही कुल  42 धार्मिक यात्राओं को करने का प्राचीन महत्व है. इसके माध्यम से लोगों को व्याधि कष्ट दुख से मुक्ति मिलती है और मान्यता अनुसार उन्हें अगले जन्म में मोक्ष की प्राप्ति होती है. पिछले वर्षों की तुलना में बड़ी संख्या में श्रद्धालु वाराणसी के धार्मिक यात्राओं को पूर्ण करने के लिए पहुंच रहे हैं और इनमें भारी संख्या युवाओं की भी है.


पिछले तीन पीढ़ियों 50 वर्षो से काशी में धार्मिक यात्राएं कराने वाले उमाशंकर गुप्ता ने एबीपी लाइव से बातचीत में बताया कि काशी तीन खंड में विभाजित है. केदारखंड, विशेश्वर खंड, ओंकारेश्वर खंड. तीनों खंड की अंतर्गीही एक यात्रा होती है. इसके अलावा काशी में ही अष्ट भैरव यात्रा, 12 ज्योतिर्लिंग यात्रा, 4 धाम यात्रा , सप्तपुरी यात्रा , 56 विनायक गणेश जी की यात्रा, पंचकोशी यात्रा , 12 सूर्य यात्रा, 9 देवी दुर्गा यात्रा, 9 गौरी यात्रा, अस्ट मात्रीका  यात्रा, एकादशी महारुद्र गणेश, 10 महाविद्या तांत्रिक, 11 रूद्र हनुमान यात्रा, भगवान राम से जुड़े काशी में दर्जनों ऐसे प्राचीन मंदिर हैं जिनकी यात्रा की महिमा का उल्लेख है .


प्रमुख तिथियों पर बढ़ जाती है श्रद्धालुओं की संख्या
उमाशंकर गुप्ता ने बताया कि हम पिछले तीन पीढियों  से इस धार्मिक यात्राओं को निशुल्क करा रहे हैं. विशेष तौर पर नवरात्र, सावन,  उत्तरायण जैसे प्रमुख तिथियों  पर श्रद्धालुओं का इन तीर्थ स्थलों पर भ्रमण करने की संख्या में भारी वृद्धि देखी जाती है. दक्षिण भारत से भारी संख्या में श्रद्धालु काशी पहुंचते हैं. उनके अंदर इन यात्राओं को पूर्ण करने की भारी उत्सुकता रहती है. सभी श्रद्धालु इन तीर्थ स्थलों पर विधि विधान से पूजन कर  अपनी यात्रा को संपन्न करते हैं.


'धर्म कार्य के प्रति बढ़ी युवाओं की रुचि'
उमाशंकर ने कहा कि कोरोना काल के बाद विशेष तौर पर धार्मिक यात्राओं के प्रति लोगों की रुचि बढ़ी है और इसमें कोई संदेह नहीं कि इनमें भारी संख्या में युवा भी शामिल हुए हैं. सनातन संस्कृति के प्रति युवाओं की भी जिज्ञासा में बढ़ोतरी देखी गई है और निश्चित तौर पर बहुत से ऐसे लोग हैं जो यह नहीं जानते कि काशी में ऐसी दर्जनों धार्मिक यात्राएं हैं जिनका प्राचीन काल से विशेष महात्म हैं. सुख समृद्धि , अनेक व्याधि दुख कष्ट के निवारण व मोक्ष प्राप्ति के लिए लोग इन धार्मिक यात्राओं को संपन्न करते हैं और यात्रा पूर्ण करने के बाद लोगों की मनोकामनाओं की प्राप्ति भी होती है.


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