Varanasi News: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में आज दोपहर पुलिस कमिश्नरेट कार्यालय में उस समय हड़कंप की स्थिति मच गई जब न्याय की आस में एक घायल व्यक्ति एंबुलेंस से ही पुलिस अधिकारियों से मिलने पहुंच गया. घायल व्यक्ति के परिजनों का आरोप था कि निकटतम थाने ने इस मामले में बेहद ढीला रवैया अपनाया है. इस मामले में अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई, हालांकि एंबुलेंस से पहुंचे पीड़ित को देखने के लिए एडिशनल कमिश्नर खुद कार्यालय से बाहर आए और उन्होंने परिवार को स्पष्ट किया कि अगर इस मामले में कोई लापरवाही हुई है तो जिम्मेदार लोगों को छोड़ा नहीं जाएगा और सभी आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी होगी.
दबंगों ने पीट-पीटकर किया अधमरा
इस मामले को लेकर घायल व्यक्ति की मां फूलमती देवी ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में बताया कि '20 नवंबर की रात मेरा बेटा शंकर सेठ दुकान बंद करके घर लौट रहा था. तभी लंका क्षेत्र में पहले से ही घात लगाए दबंगों ने मेरे बेटे को बुरी तरह मारपीट कर घायल कर दिया. हत्या के इरादतन से आए दबंगों ने बेटे को इतनी बुरी तरह मारा कि उसके रीड की हड्डी सहित शरीर के अन्य जगहों पर गंभीर चोटें आई है.'
महिला का आरोप है कि 'जिसके बाद जब उन्होंने इस मामले की सूचना निकटतम लक्सा थाने को दी, तो थाना में बेहद ढीलापन रवैया देखने को मिला और अभी तक सख्त कार्रवाई नहीं की गई. जिसके बाद हम न्याय की उम्मीद लेकर आज एंबुलेंस से ही पुलिस कमिश्नरेट कार्यालय पहुंच गए. हमें थाने से कोई उम्मीद नहीं है, हमें एडिशनल कमिश्नर की तरफ से इस मामले में न्याय का भरोसा दिया गया है.'
एंबुलेंस में घायल व्यक्ति को देखने आए एडिशनल कमिश्नर
वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट कार्यालय एंबुलेंस से ही पहुंचे पीड़ित व्यक्ति को देखने के लिए एडिशनल कमिश्नर डॉ. के. एजीलरसन अपने कार्यालय से बाहर आए. इस दौरान उन्होंने बातचीत में कहा कि 'सबसे पहले घायल व्यक्ति को बेहतर इलाज की आवश्यकता है और यह प्राथमिकता भी है. इस मामले में पीड़ित परिवार के परिजनों की तरफ से हमें जानकारी दी गई है और हमने मामले को संज्ञान में ले लिया है. इस मामले में एफआईआर दर्ज हुई है लेकिन अगर जांच में कहीं भी लापरवाही देखी जाती है तो जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई होगी.