Varanasi Air Pollution: दीपावली (Deepawali) के त्योहार पर देशभर में जमकर आतिशबाजी की जाती है. इस दौरान लोगों द्वारा उत्साहित होकर रोशनी और तेज आवाज वाले पटाखे जलाए जाते हैं. लेकिन इस दौरान अधिक पटाखे जलाने की वजह से शहरों की हवा खासतौर पर काफी प्रभावित होकर अधिक प्रदूषित भी हो जाते हैं. कुछ ऐसी ही तस्वीर वाराणसी (Varanasi) में भी देखने को मिल रही है, जब दीपावली के ठीक अगली सुबह शहर की हवा सामान्य दिनों की तुलना में प्रदूषित देखी जा रही है.
अर्दली बाजार क्षेत्र की हवा सबसे ज्यादा खराब
प्रकाश उत्सव दीपावली पर वाराणसी के शहरी क्षेत्र में खासतौर पर जमकर आतिशबाजी हुई. देर रात तक लोगों द्वारा पटाखे जलाए गए. इसके बाद अगली सुबह वाराणसी के शहरी क्षेत्र का प्रदूषण स्तर बढ़ता हुआ देखा जा रहा है. वाराणसी के अर्दली बाजार क्षेत्र की हवा सबसे खराब देखी जा रही है. यहां का AQI आंकड़ा 181 रिकॉर्ड किया गया है.
इसके अलावा हरियाली और पेड़ों से हराभरा रहने वाले काशी हिंदू विश्वविद्यालय का भी प्रदूषण स्तर बढ़ता देखा जा रहा है जो चिंता का विषय है. काशी हिंदू विश्वविद्यालय का एयर क्वालिटी इंडेक्स 176 रिकॉर्ड किया गया है.
वायु प्रदूषण की बढ़ने की आशंका
जानकारों की मानें तो आने वाले कुछ दिनों तक वाराणसी के शहरी क्षेत्र का प्रदूषण स्तर और भी गंभीर हो सकता है. ऐसे में सभी लोगों को अपने स्वास्थ्य को लेकर बेहद सतर्क रहने की आवश्यकता है. शहरी क्षेत्र में निकलते समय अच्छे मास्क का प्रयोग करना लाभकारी होगा.
हालांकि बीते वर्ष में भी दीपावली के बाद वाराणसी का प्रदूषण स्तर बढ़ता हुआ देखा गया है और इस बार भी दीपावली के बाद सुबह से ही वाराणसी सहित आसपास के जनपद में धुंध की चादर छाई हुई है. लोगों को सुबह का वातावरण धुंधला-धुंधला दिखाई दिया. वायु प्रदूषण के कारण विजुअलटी भी कम हो गई थी.