Varanasi News: बनारस सहित भीड़भाड़ वाले शहरों में हर साल पतंगबाजी के दौरान चाइनीज मांझे से अनेक लोगों के घायल होने की सूचना आती है. इसके अलावा कभी-कभी चाइनीज मांझा पक्षियों के साथ-साथ आम लोगों के लिए भी जानलेवा साबित होता है. मकर संक्रांति 14 और 15 जनवरी को वाराणसी सहित बड़े शहरों में जमकर पतंगबाजी होती है और हफ्ते पहले से ही इसकी शुरुआत हो जाती है. बीते 10 से 15 दिनों में वाराणसी के शहरी क्षेत्र में चाइनीज मांझे से दर्जनों लोगों के घायल होने की सूचना प्राप्त हुई है. 


विक्रेताओं पर दर्ज होगा मुकदमा


अब इसको लेकर वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट ने सख्त कार्रवाई की और बड़ा अभियान चलाने का दिशा निर्देश दिया है. वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के जॉइंट कमिश्नर डॉ. के एज़िलरसन ने एबीपी लाइव से बातचीत में कहा कि जनपद में चाइनीज मांझे के इस्तेमाल को पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है. विशेष तौर पर पतंगबाजी के दौरान इस मांझे के इस्तेमाल से राहगीर व सड़क पर चलते लोगों को गंभीर चोट पहुंच सकती है. इसके अलावा पक्षियों को भी नुकसान पहुंचता है.


उन्होंने कहा कि सभी बड़े मार्केट, होलसेल के साथ-साथ छोटे दुकानों के विक्रेताओं को भी सख्त दिशा निर्देश देते हुए यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि अगर किसी भी दुकान से चाइनीज मांझे की बिक्री होती है तो उस दुकानदार पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा. आम लोगों से भी अपील करते हुए कहा है कि पूरे उत्साह और उमंग के साथ मकर संक्रांति का पर्व मनाएं, लेकिन ऐसे जानलेवा चाइनीज मांझे का इस्तेमाल और खरीदारी बिल्कुल भी ना करें.


सभी जोन और थानों को मिला निर्देश


डॉ. के एज़िलरसन ने बातचीत में कहा कि सभी जोन के एसीपी और सभी थानों को सूचित किया गया है कि चाइनीज मांझे के खिलाफ बड़े स्तर पर सर्च ऑपरेशन चलाएं और जिस भी दुकानदार, होलसेल विक्रेताओं के यहां ऐसे मांझे पाए जाते हैं उन पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित किया जाए. वाराणसी में विशेष तौर पर दालमंडी, औरंगाबाद, पुरानापुल, सरैयां, पानदरीबा  सहित अन्य उन प्रमुख जगहों पर विशेष निगरानी रखी जाएगी जहां से भारी संख्या में पतंग और मांझे की बिक्री होती है. 


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