मदर्स डे स्पेशल: मां को कोरोना से बचाने के लिए बेटों ने घर में ही बना दिया ICU
मदर्स डे पर हम आपको ऐसी खबर दिखा रहे हैं जो आपके दिल को छू जाएगी. दो भाइयों ने विषम परिस्थितियों में भी अपना हौसला नहीं खोया और मां को कोरोना की जंग में जीत दिला दी.
वाराणसी: मदर्स डे पर जहां एक ओर लोग अपनी मां के साथ फोटो सोशल मीडिया पर शेयर करते हैं वहीं कुछ अपनी मां के लिए सब कुछ कर गुजरने के लिए तैयार हैं. हर कोई यही दुआ करता है कि उसकी मां की उम्र अनन्त हो. मदर्स डे के मौके पर उत्तर प्रदेश के वाराणसी से एक ऐसी खबर आई है कि जानकर आपका दिल खुश हो जाएगा. काशी के दो भाइयों ने कोरोना से जूझ रही अपनी मां के लिए घर के कमरे को ही आईसीयू में तब्दील कर किया और कोरोना को मात देकर अपनी मां की जिंदगी बचा ली.
वाराणसी के पांडेयपुर इलाके के रहने वाले भाइयों ने घर के कमरे को आईसीयू में तब्दील कर कोरोना से अपनी मां की जिंदगी बचा ली. ये कहानी है अखिलेश पांडे की, जो पेशे से डॉक्टर हैं. इनकी मां मंजूलता पांडे की करीब 13 दिन पहले कोविड की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी थी. अस्पतालों की मारामारी और इलाज में लापरवाही को देखते हुए दोनों भाई हॉस्पिटल नहीं ले जाना चाहते थे. इसलिए उन्होंने घर पर ही आईसीयू बेड तैयार कर लिया.
शुरुआत में मां का ऑक्सीजन लेवल नीचे जा रहा था. लेकिन दोनों भाइयों ने हार नहीं मानीं. उनकी मेहनत रंग लाई. कुछ कोशिश के बाद मां के स्वास्थ्य में सुधार देखा गया. अब उनकी मां पूरी तरह से स्वस्थ हैं.
कहते हैं मां का स्थान कोई नहीं ले सकता और काशी के इन बच्चों ने अपनी मां की जिंदगी बचाकर एक मिसाल पेश की है. मदर्स डे पर मां को जिंदगी का तोहफा देने वाले इन बच्चों की आज चर्चा है. शायद यही असली मातृत्व भाव है जो वाराणसी से संदेश के रूप में दिखाई दे रहा है.
ये भी पढ़ें-