Dev Deepawali 2023: वाराणसी में देव दीपावली के लिए नावों और होटलों में बंपर बुकिंग, इस बार टूट सकते हैं सारे रिकॉर्ड
Dev Deepawali in Varanasi: इस बार 26 नवंबर को देव दीपावली मनाई जाएगी. इस अवसर पर वाराणसी के घाटों को दियो और जगमग रोशनी से सजाया जाता है. इस साल यहां बड़ी संख्या में लोगों के आने की उम्मीद है
Varanasi Dev Deepawali 2023: वाराणसी के देव दीपावली (Dev Deepawali) को देखने के लिए हर साल देश-विदेश से भारी संख्या में पर्यटक बनारस के घाट पर पहुंचते हैं. इस मनमोहक दृश्य को देखने के लिए पर्यटकों में इतना उत्साह होता है कि 6 महीने पहले से ही घाटों पर नावों और होटल की बंपर बुकिंग शुरू हो जाती है. कुछ नाव और बजड़ों को तो लाखों रुपये में घाटों के इस दीपोत्सव को देखने के लिए बुक कर दिया जाता है. ऐसे में इस बार भी देव दीपावली को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है.
काशी विद्वत परिषद की हुई बैठक में फैसला लिया गया है कि इस बार 26 नवंबर को देव दीपावली मनाई जाएगी. इस अवसर पर वाराणसी के घाटों को दियो और जगमग रोशनी से सजाया जाता है. इस दौरान पूरी काशी नगरी रंग बिरंगी लाइटों से जगमगाने लगती है. जिसे देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं. इस बार भी देव दीपावली को लेकर लोग उत्साहित है. छह महीने पहले से ही यहां पर नावों और होटलों की बुकिंग शुरू हो गई है.
नावों और होटलों की बंपर बुकिंग
वाराणसी के जैन घाट के प्रबंधक सुरेंद्र जैन ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत के दौरान बताया कि "इस बार देव दीपावली को लेकर खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. 6 महीने पहले से ही होटल और नाव की बुकिंग देखी जा रही है. वर्तमान समय में बड़े नाव की बात करें तो 20 से 25 हजार रुपये में बुकिंग हो रही है और छोटे नाव को तकरीबन 5000 से 10000 में बुक किया जा रहा है. इसके अलावा घाटों के किनारे खासतौर पर होटल की भी बुकिंग शुरू हो चुकी है, जहां दूर दराज से पर्यटक बनारस घाट के इस दीपोत्सव को देखने के लिए आएंगे."
इस बार ज्यादा पर्यटक आने की उम्मीद
सुरेंद्र जैन ने देव दीपावली को लेकर बताया कहा कि, "देव दीपावली के दिन वाराणसी के 84 घाट सहित अन्य घाटों को भी दीपों से सजाया जाता है. लोग हफ्तों से इसकी तैयारी में जुटे रहते हैं. हम और हमारी पूरी टीम भी अपने जैन घाट को सजाने के लिए 1 महीने पहले से ही सफाई और घाटों की रंगाई पुताई में जुट जाते हैं. देव दीपावली के दिन पूरे उत्साह के साथ दीपों से घाटों को सजाते हैं और देर रात जगमग रोशनी को देखकर दूरदराज़ और आस पास से आने वाले पर्यटक काफी निहाल होते हैं."
सुरेंद्र जैन ने कहा कि "वाराणसी धर्म नगरी है, इस बार सावन के महीने में रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालु काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने पहुंचे हैं और अनुमान लगाया जा रहा है कि देव दीपावली को देखने के लिए भी इस बार भारी संख्या में श्रद्धालुओं और पर्यटक वाराणसी के घाटों पर आएंगे."