अखिलेश यादव और असदुद्दीन ओवैसी के हेट स्पीच मामले पर आ सकता है कोर्ट का फैसला, जानें- पूरा मामला
Gyanvapi News: वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर में मिली शिवलिंग जैसी आकृति पर अखिलेश यादव और असदुद्दीन ओवैसी की हेट स्पीच मामले पर जल्द फ़ैसला आ सकता है.
Gyanvapi News: ज्ञानवापी मामले में अखिलेश यादव और असदुद्दीन ओवैसी के हेट स्पीच पर एमपी एमएलए कोर्ट द्वारा 17 सितंबर को फैसला आ सकता है
वाराणसी के ज्ञानवापी प्रकरण पर अखिलेश यादव और ओवैसी के ज्ञानवापी सर्वे के दौरान मिले शिवलिंग जैसी आकृति को लेकर उन्होंने विवादित बयान दिया था. जिसके बाद हिन्दू संगठनों ने इस कड़ी आपत्ति दर्ज कराई थी. इस मामले में एमपी एमएलए की अदालत में सुनवाई पूरी हो गई है जिसके बाद कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है.
कोर्ट 17 सितंबर को कोर्ट इस पर फैसला सुना सकता है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और असदुद्दीन ओवैसी द्वारा एएसआई सर्वे में मिले शिवलिंग जैसी आकृति पर टिप्पणी करने का हिंदुओं ने विरोध किया था, इस बयान के बाद हिंदुओं की भावनाएं आहत करने का अखिलेश यादव और ओवैसी पर आरोप लगाते हुए कोर्ट में परिवाद दाखिल किया गया था. वाराणसी के ज्ञानवापी प्रकरण पर अखिलेश यादव और ओवैसी के ज्ञानवापी सर्वे के दौरान मिले शिवलिंग जैसी आकृति को लेकर दिए गए आपत्तिजनक बयान पर कोर्ट मे सुनवाई पूरी हो गई है.
जानें क्या है पूरा मामला?
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और असदुद्दीन ओवैसी द्वारा एएसआई सर्वे में मिले शिवलिंग जैसी आकृति पर आपत्तिजनक बयान दिया था. सपा अध्यक्ष ने ज्ञानवापी में मिली शिवलिंग जैसी आकृति को लेकर कहा था कि किसी पीपल के पेड़ के नीचे पत्थर रख दिया जाए और एक झंडा लगा दिया जाए तो वो मंदिर बन जाता है. उन्होंने आगे कहा कि रात के अंधेरे में मूर्तियां रख दी जाती है और सुबह भगवान प्रकट हो जाते हैं. वहीं एआईएमआई नेता असदुद्दीन ओवैसी ने कथित शिवलिंग को फव्वारा बताते हुए वहां नमाज पढ़ने की इजाजत देने को कहा था.
आपके बता दें कि इस मामले में अखिलेश यादव और अदसुद्दीन ओवैसी व उनके भाई अकबरुद्दीन समेत पांच लोग आरोपी है. ज्ञानवापी परिसर में जिन एएसआई सर्वे के दौरान हिन्दू पक्ष ने शिवलिंग मिलने का दावा किया था. जबकि मुस्लिम पक्ष इसे फव्वारा बताता आ रहा है.
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