UP News: बाढ़ से निपटने के लिए वाराणसी जिला प्रशासन और NDRF अलर्ट, गंगा में ऐसे किया मॉक ड्रिल
Varanasi News: बाढ़ जैसी आपात स्थिति से निपटने के लिए वाराणसी जिला प्रशासन ने गंगा नदी में मॉक ड्रिल अभ्यास किया. जिसका उद्देश्य बाढ़ की प्रतिकूल परिस्थितियों में राहत बचाव कार्यवाही को परखना था.
Varanasi: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में वाराणसी (Varanasi) सहित अन्य जिलों में नदियां भारी बारिश के बाद उफान पर हैं. ऐसे में वाराणसी में बाढ़ आपदा से निपटने के लिए जिला प्रशासन एनडीआरएफ (NDRF) ने पूरी तरह कमर कर ली है. वाराणसी में एनडीआरएफ, जिला प्रशासन के साथ जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, वाराणसी पुलिस, पीएसी, स्वास्थय विभाग और नगर निगम ने संयुक्त रूप से बाढ़ जैसी आपदा से निपटने के लिए सयुंक्त मॉक ड्रिल अभ्यास किया.
वाराणसी में जैसे-जैसे गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है, उसी कड़ी में जिला प्रशासन और एनडीआरएफ की तरफ से बाढ़ से निपटने की तैयारियों को भी तेज किया जा रहा है. इसी क्रम में बाढ़ के दौरान आपात स्थिति या किसी अप्रिय घटना को रोकने और बचाव को लेकर एनडीआरएफ, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, वाराणसी पुलिस, पीएसी, स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम, पूर्ति विभाग, पशुपालन विभाग, कृषि विभाग सहित अन्य हितधारकों के साथ नमोघाट, गंगा में राज्य स्तरीय संयुक्त मॉक अभ्यास किया गया. ये मॉक ड्रिल एनडीआरएफ के उप महानिरीक्षक मनोज कुमार शर्मा के दिशा-निर्देशन में किया गया.
गंगा नदी के बीच प्रतीकात्मक अनियंत्रित नाव को किया रेस्क्यू
एनडीआरएफ के उपमहानिरीक्षक मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि इस मॉक अभ्यास के दौरान नमो घाट के दूसरी ओर से आ रही एक नाव को गंगा नदी के बीच में अनियंत्रित होने का प्रदर्शन किया गया. एनडीआरएफ टीम को सभी अत्याधुनिक राहत-बचाव उपकरणों के साथ घटना स्थल पर रवाना किया गया. इस दौरान त्वरित कार्यवाही करते हुए अपने रेस्क्यू मोटर बोट और वाटर एम्बुलेन्स के माध्यम से गंगा नदी के नमो घाट पर बचाव अभियान शुरू करने का मॉक ड्रिल किया गया. एनडीआरएफ टीम द्वारा यह पूरा मॉक अभ्यास इंसिडेंट रिस्पांस सिस्टम के दिशानिर्देशों के अनुसार आयोजित किया गया था.
मॉक ड्रिल क्या था उद्देश्य?
जिला प्रशासन और एनडीआरएफ टीम की तरफ से आयोजित किए गए इस मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य बाढ़ कि प्रतिकूल परिस्थितियों में राहत बचाव कार्यवाही को परखना था. जिससे कि बाढ़ आपदा के दौरान त्वरित कार्यवाही करते हुए मानव जीवन को बचाया जा सके. 11 एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट प्रेम कुमार पासवान ने बाढ़ पूर्व किए गए मॉक ड्रिल के बारे में बताया कि एसडीएम के निर्देशन में उत्तर प्रदेश के 40 संवेदनशील और अतिसंवेदनशील जिलों में बाढ़ पूर्व तैयारियों को लेकर एक साथ मॉक ड्रिल किया गया है.
मॉक ड्रिल में क्विक रिस्पांस टीम ने सुरक्षित किया रेस्क्यू
डिप्टी कमांडेंट प्रेम कुमार पासवान ने कहा कि इसी क्रम में वाराणसी में 11 एनडीआरएफ, लोकल पुलिस, पीएससी, आर्मी और सिविल डिफेंस के लोगों ने संयुक्त रूप से बाढ़ पूर्व तैयारियों को लेकर मॉक ड्रिल प्रदर्शन किया. प्रदर्शन में एक नाव फंस गई, ऐसा दिखाया गया. उसे निकालने के लिए हमारे कंट्रोल रूम में मैसेज आया था, इस सूचना पर हमारी क्विक रिस्पांस टीम ने उसमें फंसे लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू करके गंगा से किनारे घाट पर ले आए. उसके साथ अन्य कई तरह के रेस्क्यू ऑपरेशन का प्रदर्शन किया गया.
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