UP News: बनारस के काशी नरेश का परिवार मुश्किलों में घिरता नजर आ रहा है. फ्लैट निर्माण को लेकर धोखाधड़ी के मामले में काशी नरेश की बेटी, दामाद और एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हुआ है. हालांकि ये मामला 10 साल पुराना है.


दरअसल, वाराणसी के मडुआडीह निवासी अभिषेक जायसवाल की ओर से तकरीबन 7000 वर्ग फीट की जमीन ली गई थी. जिसपर फ्लैट बनाने का अनुबंध हुआ था. वाराणसी अदालत की ओर से इस मामले में फ्लैट बिक्री में शर्तों का उल्लंघन पाया गया. 


"फ्लैट निर्माण में नियमों का पालन नहीं हुआ"


इस मामले को लेकर अभिषेक जायसवाल के अधिवक्ता धीरेंद्रनाथ शर्मा ने मंगलवार (26 सितंबर) को एबीपी न्यूज़ को बताया कि यह मामला तकरीबन 10 से 11 वर्ष पुराना है. मडुआडीह निवासी अभिषेक जायसवाल के नाम से 7000 वर्ग फीट जमीन लेकर फ्लैट निर्माण के लिए अनुबंध किया गया था, लेकिन कानून का उल्लंघन करते हुए फ्लैट निर्माण में अनुबंध के नियमों का पालन नहीं हुआ. 


गैर जमानती वारंट किया जारी 


उन्होंने बताया कि पूरी तरह से शर्तों के खिलाफ फ्लैट बेचे गए. जिसके बाद इस मामले को लेकर मुकदमा दर्ज हुआ. वाराणसी न्यायलय के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने इस मामले को लेकर आपत्ति जताई. अदालत के संज्ञान लेने के बाद भी आरोपी इस मामले में हाजिर नहीं हुए. जिसके बाद अदालत ने काशी नरेश की बेटी कृष्ण प्रिया, उनके पति अशोक सिंह और चंद्रशेखर कपूर के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है. 


काशी नरेश की बेटी ने कही कानूनी कार्रवाई की बात


दूसरी तरफ इस मामले को लेकर काशी नरेश की बेटी की तरफ से भी न्यायिक कार्रवाई के तहत उचित जवाब देने की बात कही गई है. वैसे इस मामले को लेकर बनारस में लगातार चर्चा तेज है. काशी नरेश के परिवार की गिनती आज भी बेहद प्रतिष्ठित और सम्मानित परिवार में की जाती है. ऐसे में देखना होगा कि इस मामले में उनकी बेटी और दामाद की तरफ से क्या जवाब दिया जाता है.