वाराणसी, नितीश कुमार पाण्डेय। काशी में मुनाफाखोरों की खैर नहीं। मुनाफाखोरी पर लगाम लगाने के लिए सड़क पर सिंघम मोड में दिखे अधिकारी। वाराणसी एसएसपी पिट्ठू बैग लेकर सड़क पर निकले वहीं डीएम भी सादे कपड़ों में दुकानों पर मिलने वाले सामान के रेट की जांच के लिए निकले। जब ये दोनों चेतगंज क्षेत्र की दुकान पर पहुंचे तो कोई इन्हें पहचान नहीं पाया और मुनाफाखोरी में 9 लोगों पर कार्रवाई की गई।
बनारस के डीएम और एसएसपी का फिल्मी अंदाज
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण एवं उससे बचाव के लिए किए गए लॉकडाउन के दौरान मुनाफाखोरी और कालाबाजारिओ की अब शामत आ गई है। बार-बार जिला प्रशासन के निर्देश एवं आदेश के बावजूद कई इलाकों से अधिक दाम पर सामग्री बेचे जाने की जानकारी को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा लॉउजर और टी-शर्ट पहने हाथ में झोला लिए एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी कंधे पर बैग लटका ग्राहक बनकर किराना के दुकानों पर स्वयं सामान खरीदने पहुंच गए। मुनाफाखोरों को पता ही नहीं चला कि सामान खरीदने के लिए जो ग्राहक उनके सामने खड़ा है और रोजमर्रा के सामानों को सही मूल्य पर देने की बात कह रहा है कोई आम व्यक्ति नहीं, बल्कि जिले का आला अधिकारी कलेक्टर और कप्तान हैं।
मुनाफाखोरों पर कार्रवाई
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी ने निर्धारित से अधिक कीमत पर आलू, आटा व सब्जियां इत्यादि बेचने की मिल रही शिकायतों के साथ-साथ कालाबाजारी पर नाराजगी व्यक्त करते हुए चेतगंज थानाक्षेत्र में चेतगंज चौराहे के पास और पानदरीबा में छापेमारी की कार्रवाई की और 9 लोगों को मौके पर आटा, फल, सब्जी आदि का अधिक दाम लेते हुए पकड़ा। सभी को मौके से गिरफ्तार किया गया तथा एफआईआर कर जेल भेजा गया। पकड़े गये लोगों में राजेंद्र कुमार सोनकर, सम्पूर्णानंद, सुनील कुमार सिंह, नीरज गुप्ता, बली कादरी व अन्य शामिल हैं।
मुनाफाखोर एवं कालाबाजारियों की खैर नहीं
वाराणसी में दुकानों पर मुनाफाखोरी की शिकायतें लगातार मिल रही हैं। प्रशासनिक तौर पर आदेश है कि मुनाफाखोरी पर कार्रवाई होगी लेकिन जब इसका असर कम होता दिखा तो अधिकारियों ने खुद एक्शन मोड में आए कार्रवाई की। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि जनपद के अन्य मजिस्ट्रेटों के द्वारा भी अपने-अपने क्षेत्र में ऐसे दुकानदारों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। मुनाफाखोर एवं कालाबाजारियों की अब खैर नहीं है।