UP News: कहना गलत नहीं होगा कि भ्रष्टाचार को लेकर मंत्रियों अफसर के सख्त हिदायत के बावजूद जनपद के विभागीय कर्मचारियों के हौसले पूरी तरह बुलंद है. दरअसल, वाराणसी के लेढूपुर स्थित विद्युत उपखंड अधिकारी कार्यालय में कार्यरत एक कंप्यूटर ऑपरेटर द्वारा जनपद के व्यवसायी से 10,000 रुपए घूस लेने का मामला सामने आया है. शिकायत के बाद एंटी करप्शन द्वारा उसे रंगे हाथ दबोच लिया गया है. वैसे बीते महीने ही वाराणसी में बैठक के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार के बड़े मंत्री द्वारा बिजली विभाग की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की स्पष्ट हिदायत दी गई थी.
मिली जानकारी के अनुसार चौक निवासी कुलदीप कुमार बरनवाल सारनाथ स्थित क्षेत्र में बिजली कनेक्शन चाहते थे. जिसको लेकर वह वाराणसी के उपखंड अधिकारी कार्यालय लेढूपुर विद्युत विभाग में कागजी कार्रवाई को पूर्ण कर रहे थे. इस दौरान व्यवसायी कुलदीप कुमार से कनेक्शन पूर्ण करने के लिए विभाग में कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटर बृजेश कुमार द्वारा 10 हजार अतिरिक्त रुपए मांगे गए.
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इन धाराओं में FIR
इसकी शिकायत कुलदीप कुमार द्वारा एंटी करप्शन टीम को की गई. एंटी करप्शन टीम द्वारा योजनाबद्ध तरीके से रंगे हाथ कंप्यूटर ऑपरेटर बृजेश कुमार को पकड़ लिया गया. इसके बाद एंटी करप्शन टीम द्वारा विभागी कर्मचारी को गिरफ्तार कर धारा 7, 13(1)बी और 13(2) पीसी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. लंबे समय से वाराणसी जनपद में बिजली विभाग को लेकर अनेक शिकायतें रही हैं.
स्थानीय लोगों का कहना है कि मनमाने तरीके से बिजली का बिल आने की वजह से कई बार सरकारी दफ्तर का चक्कर लगाना पड़ता है. नया कनेक्शन या अन्य शिकायत संबंधित अगर उन्हें विभाग से कोई भी मदद की जरूरत होती है तो उन्हें कई बार विभागीय कार्यालय दौड़ना पड़ता है. हालांकि इसको लेकर ऊर्जा मंत्री से लेकर डिप्टी सीएम तक विभागीय व्यवस्था को दुरुस्त करने की हिदायत दी गई थी. अब देखना होगा कि बिजली विभाग के ऐसे भ्रष्टाचार और कमियों को कब तक दूर किया जाता है.