सरकारी विभागों से स्मार्ट तरीके से बकाया बिल वसूलेगा बिजली विभाग, बड़े बकायेदारों की हो रही है कोडिंग
वाराणसी में जलकल, नगर निगम सहित पुलिस विभाग और अन्य विभागों पर लगभग 700 करोड़ रुपये का बिजली का बिल बकाया है. इसके लिए भले ही बजट पास हो, लेकिन सरकारी विभाग इस बिल को देने में अक्षम रहे हैं.
वाराणसी: बिजली विभाग के अधिकारी और कर्मचारी अब बिजली के बकाया बिल की वसूली के लिए स्मार्ट तरीके को अपनाने में जुट गए हैं. बिजली विभाग अब स्मार्ट तरीके से बिजली का बकाया बिल वसूलेगा. इसके लिए बिजली बिल के बड़े बकायेदार सरकारी विभाग की कोडिंग की जा रही है. इस कोडिंग को लखनऊ मुख्यालय भेज दिया जाएगा, जिसके बाद कोडिंग के माध्यम से हेड ऑफिस लखनऊ से बिल की बकाया राशि वसूल कर लेगा.
सरकारी विभागों पर 700 करोड़ रुपये का बकाया वाराणसी में जलकल, नगर निगम सहित पुलिस विभाग और अन्य विभागों पर लगभग 700 करोड़ रुपये का बिजली का बिल बकाया है. इसके लिए भले ही बजट पास हो, लेकिन सरकारी विभाग इस बिल को देने में अक्षम रहे हैं. बिजली विभाग हाजिरी लगाता था. नोटिस भी भेजता था, लेकिन फिर भी बिल नहीं भरा जाता था. लिहाजा अब बिजली विभाग नई तकनीक के प्रयोग से बिजली का बिल वसूलेगा.
कोड से जाने जाएंगे कर्जदार सरकारी विभाग बीते दिन बिजली विभाग के कर्मचारी धरने पर थे. बिजली विभाग के अधिकारियों की मानें तो सरकारी विभागों का बिजली बिल बकाया है, जिसकी वसूली के लिए पहले कार्यालयों से संपर्क साधने की तैयारी थी. लेकिन अब इसका स्मार्ट तरीका निकला गया है. हर विभाग का एक कोड निर्धारित है, जिसके बाद उसके बिजली बिल के पूरे बकाए की जानकारी मिल जाएगी. मुख्य अभियंता कार्यालय में कोडिंग की जा रही है और सभी इन दिनों बिज़ी नजर आ रहे हैं. नगर विकास विभाग का कोड 01401, ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट का 01801, पुलिस विभागक का 01102 और जेल का कोड 01101 है. इसके साथ ही बिजली के अन्य कर्जदार विभागों का भी कोड रखा गया है.
आगे बिजली विभाग को फायदे की उम्मीद बकायेदार विभागों से बिल वसूली के बाद ये उम्मीद है कि बिजली विभाग को राहत मिलेगी, लेकिन अब देखना ये होगा कि ये कवायद कितनी सफल होती है?