UP News: हमारे समाज में कई ऐसी बुराइयां हैं जिससे आज भी संघर्ष जारी है लेकिन इन सबके बीच कुछ ऐसे लोग भी हैं जो इन बुराइयों को दूर कर सशक्त समाज के निर्माण के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर देते हैं. यह बातें बिल्कुल सही बैठती हैं वाराणसी के देवरा गांव की रहने वाली निर्मला देवी और उनकी ग्रीन आर्मी की सखियों पर. दरअसल इस समूह का प्रमुख उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र में शराब पीने वाले, जुआ खेलने वाले लोगों को मौके पर पहुंच कर उन्हें ऐसा करने से रोकना है. वर्तमान समय में अलग-अलग ग्रामीण क्षेत्रों में 25 के समूह में कुल 2200 महिलाएं काम कर रही हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इनके कार्य की सराहना कर चुके हैं.
लाठी के साथ मौके पर पहुंचती हैं निर्मला चाची
वाराणसी के देवरा गांव के निर्मला चाची के नेतृत्व में ग्रीन आर्मी नामक संगठन जुआ खेलने और शराब पीने वाले लोगों के खिलाफ कार्य करता है. इस समूह में 25 महिलाओं की संख्या होती है जिसका नेतृत्व निर्मला देवी करती हैं. इन सभी महिलाओं के पास एक लाठी है, साथ ही हरे रंग की साड़ी पहनकर उस जगह पर पहुंचती है जहां पर लोग जुआ खेलते हैं शराब पीते हैं. पहले समझाने बुझाने के साथ-साथ यह सख्ती से भी पेश आती हैं. इसके अलावा महिलाओं के पास पहचान पत्र के लिए आई कार्ड भी होता है.
PM मोदी भी कर चुके हैं वाराणसी की ग्रीन आर्मी की सराहना
वाराणसी के ग्रीन आर्मी की महिलाओं को उनके कार्य में काफी हद तक सफलता भी मिली है. अब उनके क्षेत्र के लोग शराब पीने और जुआ खेलने से पहले 10 बार सोचते हैं. हालांकि अभी भी बहुत क्षेत्र में लोग छुप कर ऐसे कार्य करते हैं और वहाँ पर पहुंचना ग्रीन आर्मी गैंग की प्राथमिकता रहती है. नशा और जुए के खिलाफ ग्रीन आर्मी की इस मुहिम की खुद प्रधानमंत्री मोदी ने भी सराहना की थी. वाराणसी के देवरा स्थित ग्रामीण क्षेत्र के अलावा जगरदेवपुर, काशीपुर सहित एक दर्जन गांवों में यह ग्रीन आर्मी की महिलाएं कार्य कर रहीं हैं. इस संगठन की शुरुआत काशी हिंदू विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा साल 2017 में किया गया था.
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