Varanasi Ganga Aarti: बनारस में चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan 2023) से पहले दशाश्वमेध घाट (Dashashwamedh Ghat) पर गंगा आरती की गई. बता दें कि गंगा की आरती का समय शाम 7:00 बजे निर्धारित रहता है. आज 28 अक्टूबर को चंद्र ग्रहण की वजह से दोपहर में मां गंगा की आरती उतारी गई. बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगा आरती देखने दशाश्वमेध घाट पहुंचे थे. भक्त श्रद्धा भाव के साथ गंगा आरती में शामिल हुए. दशाश्वमेध घाट की गंगा आरती विश्व प्रसिद्ध है. 32 वर्षों में चौथी बार गंगा आरती का समय बदला गया था.
सूतक काल से पहले गंगा की आरती
शाम को होने वाली गंगा आरती सूतक काल से पहले संपन्न करा ली गई. शरद पूर्णिमा पर आज मध्य रात्रि के समय साल का अंतिम चंद्र ग्रहण लगेगा. चंद्र ग्रहण से पहले सूतक काल नौ घंटे पहले शुरू हो गया है. सूतक काल में भगवान की आराधना करना अशुभ माना जाता है. इसलिए आरती सूतक काल से पहले मां गंगा की आरती उतारी गई. गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्रा ने गंगा आरती का समय बदले जाने की जानकारी दी थी. उन्होंने कहा था कि 28 अक्टूबर को चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है.
चौथी पर दिखा चंद्र ग्रहण का असर
इसलिए देर शाम होने वाली गंगा आरती सूतक काल से पहले पूरी कर ली जाएगी. सूतक काल में भगवान की आराधना करना अशुभ माना जाता है. चंद्र ग्रहण को देखते हुए गंगा आरती का समय 2.30 से 3.30 बजे तक रखा गया है. इससे पहले भी गंगा आरती पर चंद्र ग्रहण का असर देखा गया है. तीन बार गंगा आरती के समय में परिवर्तन करते हुए दोपहर को संपन्न कराई गई है. चंद्र ग्रहण को उत्तर प्रदेश समेत देश के अन्य शहरों में देखा जा सकेगा. चंद्र ग्रहण के दौरान साधु संत और धर्माचार्य भजन और मंत्र उच्चारण करने में जुट गए हैं.