Varanasi News: महाकुंभ के पलट प्रवाह शुरू होते ही वाराणसी में श्रद्धालुओं का ऐसा जन सैलाब उमड़ा जिसने हर किसी को हैरान करके रख दिया है. मौनी अमावस्या अथवा माघ पूर्णिमा के दौरान वाराणसी के मंदिर से लेकर गंगा घाट तक अलग-अलग शहरों से आए लोगों की भारी भीड़ देखी जा रही है. स्थिति ऐसी की गंगा घाट पर क्षमता से अधिक लोगों के आने पर अब गंगा आरती के आयोजकों ने सांकेतिक रूप से ही मां भगवती की आरती कराने का फैसला ले लिया.
वाराणसी के विश्व प्रसिद्ध दशाश्वमेध घाट पर नियमित रूप से आयोजित होने वाली गंगा आरती के आयोजकों की तरफ से एबीपी न्यूज़ को मिली जानकारी के अनुसार महाकुंभ के पलट प्रवाह की वजह से वाराणसी के गंगा घाट पर क्षमता से अधिक संख्या में लोग पहुंच रहे हैं.
सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सांकेतिक रूप से होगी गंगा आरती
प्रत्येक श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अगले कुछ दिनों तक सांकेतिक रूप से गंगा आरती को संपन्न करने का निर्णय लिया गया है. 11 फरवरी और 12 फरवरी को सांकेतिक रूप से गंगा आरती को संपन्न कराया गया. सामान्य दिनचर्या के अनुसार होने वाली गंगा आरती की तुलना में इन दिनों आरती का स्वरूप छोटा रहा है . सामान्य दिनों में सात अर्चकों द्वारा भव्य रूप में मां गंगा की आरती संपन्न कराई जाती है, जबकि वर्तमान समय में सीमित लोगों के मौजूदगी में ही परंपरा का निर्वहन किया जा रहा है.
इससे पहले भी गंगा आरती आयोजकों की तरफ से बढ़ते भीड़ को देखते हुए गंगा आरती में ना आने की अपील की गई थी. अपील के कुछ ही दिनों बाद लाखों की संख्या में श्रद्धालु गंगा घाट पर आरती देखने के लिए फिर उमड़ रहे थे. फिलहाल अगले कुछ दिनों तक गंगा आरती को सांकेतिक रूप से संपन्न कराने का फैसला लिया गया है. जिससे शाम के समय में गंगा घाट पर भारी भीड़ ना हो. ऐसे में अब देखना होगा कि वाराणसी के गंगा घाट पर सामान्य रूप से गंगा आरती कब तक शुरू होती है.
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