Varanasi Gyanvapi Masjid Case: हिंदू पक्ष की पहल पर विचार करने के लिए ज्ञानवापी मस्जिद की इंतजामिया कमेटी जल्द बैठक करेगी. बैठक में तय किया जाएगा कि आपसी बातचीत के जरिए विवाद का हल निकालने के लिए आगे बढ़ा जाए या नहीं. मस्जिद कमेटी को ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी मामले में वादी राखी सिंह और पैरोकार जितेंद्र सिंह बिसेन का पत्र औपचारिक तौर पर मिल गया है. अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी के संयुक्त सचिव सैयद मोहम्मद यासीन ने व्हाट्सएप के जरिए चिट्ठी मिलने की पुष्टि की है. एबीपी न्यूज चैनल से फोन पर हुई बातचीत में उन्होंने अकेले फैसला नहीं लेने की बात कही. उन्होंने कहा कि पत्र मिलने के बाद मस्जिद कमेटी की औपचारिक बैठक बुलाई जाएगी.
ज्ञानवापी मस्जिद की इंतजामिया कमेटी का बयान
बैठक में राखी सिंह और जितेंद्र सिंह बिसेन के प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा. माना जा रहा है कि इसी हफ्ते वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद की इंतजामिया कमेटी की बैठक आयोजित की जा सकती है. सवाल उठ रहा है कि इंतजामिया कमेटी की बैठक में लिया गया फैसला सभी हिंदू पक्षकारों को मंजूर होगा. बता दें कि राखी सिंह और जितेंद्र सिंह बिसेन ने 14 अगस्त को मस्जिद कमेटी के नाम एक चिट्ठी लिखी थी. चिट्ठी मस्जिद कमेटी के पदाधिकारियों को भेजी गई है.
हिंदू पक्ष की पहल पर विचार करने के लिए बैठक
मीडिया को भी चिट्ठी की जानकारी सार्वजनिक किया गया है. पत्र में कहा गया है कि अदालत में चल रहे मुकदमे से अलग असामाजिक तत्व निजी फायदे के लिए अप्रिय कराने की कोशिश कर रहे हैं. कहा गया कि देश और समाज दोनों के लिए ऐसे हालात कतई ठीक नहीं होंगे. इसलिए अदालत में चल रहे मुकदमे से अलग आपसी बातचीत के जरिए विवाद का हल निकालने की कोशिश करनी चाहिए. उम्मीद जताई जा रही है कि ज्ञानवापी विवाद का हल अदालत के बाहर आपसी बातचीत के जरिए भी हो सकता है.
ज्ञानवापी मस्जिद से जुड़े सभी लोगों को फिलहाल मुस्लिम पक्ष के फैसले का इंतजार है. सूत्रों से जानकारी मिली है कि मस्जिद कमेटी के ज्यादातर पदाधिकारी आपसी बातचीत से हल निकालने की पहल पर सहमत हैं. फिलहाल मस्जिद कमेटी के पदाधिकारी जानना चाहते हैं कि आपसी बातचीत से विवाद का हल निकालने की पहल अकेले राखी सिंह की है या हिंदू पक्ष की चार महिला वादिनी भी आपसी बातचीत के जरिए हल निकालने में यकीन रखती हैं.
सूत्रों के मुताबिक मस्जिद कमेटी से जुड़े लोग जानना चाहते हैं कि बातचीत से रास्ता निकलने की कानूनी मान्यता क्या होगी. विवाद का रास्ता निकलने के बाद क्या कुछ नए लोग दोबारा खड़े हो जाएंगे. मस्जिद कमेटी की तरफ से प्रस्ताव आ सकता है कि बातचीत में सरकार भी मध्यस्थ बने. बातचीत से हल निकलने के बाद कोई नया विवाद नहीं खड़ा किया जाएगा. सूत्रों के मुताबिक मस्जिद कमेटी की बैठक में हिंदू पक्ष की पहल पर सकारात्मक फैसला लिया जा सकता है.
मस्जिद कमेटी किसी फार्मूले को भी सामने रखे जाने की मांग कर सकती है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले दिनों मुस्लिम पक्ष को विवाद खत्म करने के लिए पहल करने की नसीहत दी थी. मुख्यमंत्री का बयान सामने आने के बाद मुस्लिम पक्ष नरम पड़ा है.