Gyanvapi Survey Report: ज्ञानवापी सर्वे रिपोर्ट पर मुस्लिम पक्ष की पहली प्रतिक्रिया, कहा- 'कोर्ट के हर फैसले का हम...'
Gyanvapi ASI Survey Report: मुस्लिम पक्ष ने बताया कि एएसआई की रिपोर्ट मुकदमे का एक भाग है, पूरी तरह ज्ञानवापी का फैसला नहीं है. ज्ञानवापी मस्जिद मुसलमानों की आस्था से जुड़ी हुई है.
Gyanvapi Mosque Case: ज्ञानवापी मस्जिद परिसर की एएसआई (ASI) सर्वे रिपोर्ट हिंदू और मुस्लिम पक्ष को सौंप दी गई है. सर्वे रिपोर्ट को फोटो, वीडियो, थ्रीडी इमेज और रासायनिक प्रकिया से मिले साक्ष्य के आधार पर 92 दिनों में तैयार किया गया है. वाराणसी की जिला अदालत के आदेश पर सर्वे रिपोर्ट सौंप दी गई. एएसआई सर्वे रिपोर्ट की कॉपी प्राप्त करने के लिए हिंदू और मुस्लिम पक्ष की ओर से कुल 11 लोगों ने आवेदन किया था. कल देर रात हिंदू और मुस्लिम पक्ष के अधिवक्ताओं को सर्वे की रिपोर्ट सौंप दी गई. 700 से अधिक पन्नों की रिपोर्ट का दोनों पक्ष अध्ययन करेंगे.
ज्ञानवापी मस्जिद परिसर की ASI सर्वे रिपोर्ट
सर्वे रिपोर्ट मिलने के थोड़ी देर बाद हिंदू पक्ष की तरफ से विष्णु शंकर जैन ने मीडिया से बातचीत की. उन्होंने कहा कि एएसआई सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान ज्ञानवापी स्थल सनातन धर्म के प्रमाणों का आधार है. अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी के जॉइंट सेक्रेटरी मोहम्मद यासीन ने कहा कि सर्वे रिपोर्ट का बारीकी से अध्ययन और विश्लेषण किया जाएगा. उन्होंने कहा कि अदालत के हर फैसले का अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी स्वागत करती है.
भारी सुरक्षा के बीच दोनों पक्षों को सौंपी गई
उन्होंने कहा कि अदालत का निर्णय हमेशा सर्वोपरि रहा है. मोहम्मद यासीन ने आगे कहा कि एएसआई की रिपोर्ट मुकदमे का एक भाग है, पूरी तरह ज्ञानवापी का फैसला नहीं है. ज्ञानवापी मस्जिद मुसलमानों की आस्था से जुड़ी हुई है. मुसलमान 600 वर्षों से नमाज पढ़ते आ रहे हैं और आगे भी पढ़ेंगे. संविधान के दायरे में रहते हुए मुस्लिम पक्ष ने अपना पक्ष रखा है, हमें अदालत पर पूरा भरोसा है. उन्होंने कहा कि गंगा जमुनी तहजीब साथ मिलकर चलती रहे. उन्होंने बताया कि आज जुमे की नमाज ज्ञानवापी मस्जिद में अदा की जाएगी.
एएसआई की सर्वे रिपोर्ट मिलने के बाद हिंदू पक्ष की महिला वादिनी मंजू व्यास ने भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि कोर्ट कमीशन की कार्यवाही और एएसआई सर्वे के दौरान हम सभी मौजूद रहे. हमने प्रत्यक्ष तौर पर अपनी आंखों से देखा है. साक्ष्य और प्रमाण भी बताते हैं कि मस्जिद परिसर का इतिहास सनातन धर्म से जुड़ा हुआ है. आज प्राप्त हुई एएसआई सर्वे रिपोर्ट से पूरी तरह खुलासा हो चुका है. निश्चित ही सर्वे की रिपोर्ट साबित कर रही है कि हिंदू महिला वादिनियों की मांग जायज है.