Gyanvapi News: ज्ञानवापी के अलावा अब काशी (Kashi) के अन्य मंदिरों की मुक्ति के प्रयास की सुबगुबाहट है. हिंदू नेताओं के साथ अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन (Advocate Vishnu Shankar Jain) ने बाबा लाट भैरव (Baba Laat Bhairav) मंदिर में दर्शन पूजन किया. इस दर्शन के साथ ही हिंदू समुदाय में बाबा लाट भैरव की मुक्ति आंदोलन की हवाएं भी चलने लगी हैं. आपको बता दें कि अयोध्या में लंबे समय तक रामलला तिरपाल के नीचे रहे लेकिन वाराणसी का एक ऐसा मंदिर है जहां पर काशी विश्वनाथ के भैरव रूप कहे जाने वाले बाबा लाट भैरव को एक तिरपाल तक नसीब नहीं हो पाई है.
अब हिंदू संगठन इसे लेकर आरपार की लड़ाई के मूड में आ गई है. लाट भैरव मंदिर मस्जिदों और मजारों से घिरा है. मुगल शासक औरंगजेब ने साल 1669 में काशी के अन्य मंदिरों की तरह इस मंदिर को तोड़कर मस्जिद का निर्माण कराया था. तब से लेकर आज तक हिंदू और मुस्लिम पक्ष के बीच लड़ाई चलती आ रही है. अपना हक पाने के लिए हिंदू पक्ष के एक धड़े ने साल 2021 में वाराणसी के सिविल कोर्ट में एक मुकदमा दर्ज किया था. इसे लेकर अदालत में सुनवाई का दौर चल रहा है.
मुस्लिम बहुल इलाके में मौजूद है यह धार्मिक केंद्र
हिंदू पक्ष की मांग है कि पूरे परिसर को उन्हें सौंपा जाए और मंदिर निर्माण की इजाजत दी जाए. लेकिन मुस्लिम पक्ष इसके लिए राजी नहीं है. आपको बता दें कि ये मंदिर मुस्लिम बहुल सरैया इलाके में मौजूद है. मंदिर के चारों तरफ मुसलमानों की बड़ी आबादी है. शायद यही कारण है कि जिला प्रशासन भी इस मामले से बचने की कोशिश करता नजर आ रहा है. बता दें कि बीते कई महीने से वाराणसी में ज्ञानवापी का मामला सुर्खियों में बना हुआ है. इस मामले में हिंदू पक्ष की पैरवी वकील विष्णु शंकर जैन कर रहे हैं.
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