Kashi Vishwanath Temple: प्रयागराज में हो रहे महाकुंभ के चलते पलट प्रवाह के साथ-साथ बड़ी संख्या में श्रद्धालु काशी में भी अपने धार्मिक आयोजन से जुड़ी परंपराओं का निर्वहन करते नजर आ रही है. इसी क्रम में माघ पूर्णिमा के दिन काशी के तीन स्थल पर सबसे ज्यादा लोगों की भीड़ देखी गई. इसमें वाराणसी के गंगा घाट, सिरगोवर्धन स्थित संत श्री रविदास मंदिर और श्री काशी विश्वनाथ मंदिर शामिल रहा. पूरे वाराणसी शहर की तुलना में सबसे ज्यादा भीड़ इन तीन केंद्र पर देखने को मिली, जहां पंजाब महाराष्ट्र राजस्थान गुजरात सहित देश के कोने-कोने से लोग पहुंचते नजर आए.


महाकुंभ पर्व के दौरान प्रयागराज से लेकर काशी में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी जा रही है. इसी क्रम में प्रमुख तिथि माघ पूर्णिमा के अवसर पर वाराणसी के तीन अलग-अलग धार्मिक स्थल पर लोगों का जन सैलाब उमड़ पड़ा . वाराणसी के सीरगोवर्धन स्थित संत रविदास जन्मस्थली पर स्थित प्राचीन रविदास मंदिर पर पंजाब हरियाणा राजस्थान सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश से भारी संख्या में रैदासी पहुंचे. इस दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई. 



महाकुंभ के बाद काशी नगरी पहुंच रहे लोग
सियासत के नामचीन चेहरों ने भी रविदास मंदिर पहुंचकर माथा टेका जिसमें कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, सांसद चंद्रशेखर रावण जैसे नाम शामिल रहे. इसके अलावा माघ पूर्णिमा के अवसर पर 5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने वाराणसी के शीतला घाट, राजेंद्र प्रसाद घाट सहित अन्य प्रमुख घाट पर पहुंच कर मां गंगा में आस्था की डुबकी लगाई.


वहीं माघ पूर्णिमा के दिन भी काशी विश्वनाथ मंदिर में लाखों की संख्या में शिव भक्त पहुंचे. ब्रह्म मुहूर्त से ही 3 किलोमीटर तक की लंबी कतार में लगकर श्रद्धालुओं ने बाबा काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन किया. ऐसे में 12 फरवरी माघ पूर्णिमा के दिन वाराणसी के तीन प्रमुख धार्मिक स्थल खासतौर पर चर्चा के केंद्र में रहे. इनमें से ज़्यादातर वो श्रद्धालु हैं जो महाकुंभ में डुबकी लगाने के बाद आसपास के धार्मिक स्थलों का रुख़ कर रहे हैं. वाराणसी की तरह ही अयोध्या में भी इन दिनों भारी संख्या में भक्तों की भीड़ देखी जा रही है.   


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