Varanasi News: वाराणसी के इन इलाकों में अब नहीं मिलेगी शराब, मांस की बिक्री पर भी रोक, प्रस्ताव पास
Varanasi News: वाराणसी नगर निगम की बैठक में बीजेपी पार्षद इंद्रेश कुमार सिंह ने ये प्रस्ताव रखा था, जिसे 100 पार्षदों की सर्वसम्मति से पास कर दिया गया.
Kashi Vishwanath Dham: वाराणसी के काशी विश्वनाथ धाम (Kashi Vishwanath Mandir) परिसर के 2 किलोमीटर परिधि में मांस और मदिरा नहीं बिक सकेगा, गुरुवार को हुई वाराणसी नगर निगम (Varanasi Municipal Corporation) की बैठक में ये महत्वपूर्ण फ़ैसला लिया गया है, जिसके तहत मांस-मदिरा का दुकानों को प्रतिबंधित करने के प्रस्ताव को 100 पार्षदों की सर्वसम्मति से पारित किया गया.
वाराणसी के वार्ड संख्या 69 आदिविश्वेश्वर वार्ड से भारतीय जनता पार्टी से पार्षद इंद्रेश कुमार सिंह ने वाराणसी नगर निगम की बैठक में ये महत्वपूर्ण प्रस्ताव रखा. जिसमें दालमंडी से चौक तक सड़क के चौड़ीकरण, अवैध निर्माण को हटाकर मार्केट कॉम्पलेक्स का निर्माण और काशी विश्वनाथ धाम के 2 किलोमीटर की परिधि तक शराब और मांस की बिक्री पर पूरी तरह प्रतिबंधित करने जैसी बातें रखी गईं.
नगर निगम की बैठक में प्रस्ताव पास
वाराणसी के मेयर अशोक तिवारी ने एबीपी लाइव से बातचीत में बताया कि, नगर निगम की बैठक में बीजेपी पार्षद इंद्रेश कुमार सिंह ने ये प्रस्ताव रखा था. इसके तहत सड़क चौड़ीकरण, अवैध निर्माण को हटाने समेत मांस मदिरा की बिक्री को पूरी तरह प्रतिबंधित करने जैसे विषय शामिल थे. पर्यटन दृष्टिकोण और सांस्कृतिक मूल्यों को ध्यान में रखते हुए 100 पार्षदों की सर्वसम्मति से धाम के 2 किमी के दायरे में शराब और मांस की दुकान प्रतिबंधित करने पर सहमति बनी है.
दो किमी के दायरे में बिक्री प्रतिबंधित
मेयर ने कहा, निश्चित तौर पर काशी विश्वनाथ धाम के भव्य लोकार्पण के बाद भारी संख्या में पर्यटक काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं और अन्य पर्यटन स्थलों पर भी पर्यटकों की भारी संख्या देखी जा रही है. काशी शहर सांस्कृतिक धरोहर है और दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए शराब और मांस की दुकानों का माहौल अनुचित है. इसीलिए अगर किसी भी व्यक्ति द्वारा 2 किलोमीटर के प्रतिबंधित क्षेत्र में शराब और मांस की दुकान खोली जाती है तो उस पर कानूनी कार्रवाई होगी.
आपको बता दें कि इससे पहले काशी विश्वनाथ धाम के एक किमी की परिधि तक ही शराब और मांस की दुकानों पर पूरी तरह प्रतिबंध किया गया था, जिसे बढ़ाकर दो किमी कर दिया गया है. मिनी सदन में सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पारित होने के बाद इसे शासन के पास भेज दिया गया है. इस निर्णय को लेकर हिंदू संगठनों के साथ-साथ काशी विश्वनाथ धाम क्षेत्र के स्थानीय लोगों ने भी खुशी जाहिर की है.
मायावती के अकेले चुनाव लड़ने का फैसला सही या गलत... क्या कहते हैं BSP के 10 सांसद?