Sawan 2024: आम दिनों की तुलना में सावन महीने में काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचने वाले शिव भक्तों की संख्या कहीं ज्यादा होती है. इसको ध्यान में रखते हुए काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन, मंडलायुक्त व पुलिस कमिश्नर की अध्यक्षता में एक बड़ी बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में मंदिर आने वाले दर्शनार्थियों की सुविधाओं और सुरक्षा हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं. इसके अलावा संपूर्ण धाम को सीसीटीवी कैमरे से लैस करते हुए कंट्रोल रूम स्थापित करने का भी निर्णय लिया गया है.


आने वाले 22 जुलाई से लेकर 19 अगस्त तक श्रावण माह की पवित्र तिथि निर्धारित है जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने पहुंचेंगे. इसको ध्यान में रखते हुए कल हुई बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं जिसमें मंदिर प्रशासन द्वारा दर्शनार्थियों की व्यवस्थाओं का ध्यान रखते हुए लाइव दर्शन, खोया पाया केंद्र, मैदागिन से गदौलिया के बीच में पूरे सावन माह के लिए नो व्हीकल जोन, दिव्यांग वृद्ध अति विशिष्ट लोगों के लिए मुफ्त ई रिक्शा का संचालन जैसे निर्णय शामिल है. साथ ही संपूर्ण धाम को सीसीटीवी कैमरे से लैस किया जाएगा. इसके अलावा पूरे मंदिर परिसर के साथ-साथ खासतौर पर गर्भगृह के आसपास पुलिसकर्मियों को श्रद्धालुओं के साथ बेहद विनम्रता से व्यवहार करने के लिए विशेष हिदायत दी गई है. 


श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा के साथ-साथ चिकित्सा की सुविधा 
काशी विश्वनाथ मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मंडलायुक्त ने पब्लिश एड्रेस सिस्टम तथा गलियों में भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के दिशा निर्देश दिए है. इसके अलावा मंदिर परिसर में स्वास्थ्य विभाग को भी पूरे परिक्षेत्र में चिकित्सा सुविधा  की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है, जिससे दर्शनार्थियों को आवश्यकता पड़ने पर उचित समय से चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराया जा सके. आने वाले दर्शनार्थियों के लिए साफ पानी पीने की व्यवस्था, शौचालय तथा निकास और प्रवेश की सुलभ व्यवस्था को लेकर भी दिशा निर्देश जारी किया गया है.


काशी वाले पिछले कई महीनो से यह मांग कर रहे थे कि उन्हें काशी विश्वनाथ मंदिर में एक निश्चित प्रवेश द्वार से मंदिर में जाने की अनुमति मिले जिससे उन्हें आसानी से बाबा विश्वनाथ का दर्शन प्राप्त हो जाए. इसी को ध्यान में रखते हुए कल बैठक में इस पर भी चर्चा किया गया. अब काशी वालों कों एक नया नंदूफ़ारिया मार्ग से सुबह 4 से 5 और शाम को भी 4 से 5 तक प्रवेश मिल सकेगा. सबसे पहले इसे नियमित दर्शनार्थियों के लिए खोला जाएगा. बाद में यह व्यवस्था सुदृढ़ होने के बाद सभी काशी वालों के लिए लागू की जाएगी.


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