Varanasi News: काशी विश्वनाथ धाम बनने के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में दिनों दिन बढ़ोतरी हो रही है. खास तौर पर श्रावण महीने और अन्य प्रमुख तिथियों पर शिव के भक्त रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं. वाराणसी के साथ-साथ दूसरे राज्यों से भी शिव भक्त बड़ी संख्या में काशी विश्वनाथ धाम पहुंच रहे हैं. यही वजह है कि बाबा के खजाने में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है. इस बीच शुक्रवार को बाबा विश्वनाथ के प्रति अनूठी श्रद्धा देखी गई. एक संस्था की तरफ से काशी विश्वनाथ के दरबार में रत्न जड़ित सोने का मुकुट अर्पित किया गया. चढ़ावे की कीमत 35 लाख रुपये से अधिक है.


बाबा विश्वनाथ को रत्न जड़ित सोने का मुकुट


मुकुट का वजन 400 ग्राम से भी ज्यादा बताया जा रहा है. काशी विश्वनाथ मंदिर की स्थापना दिवस से पहले 400 ग्राम सोने के वजनी मुकुट को अर्पित किया गया. काशी विश्वनाथ धाम के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि पराशर वैदिक आगम वेद शास्त्र परिषद हैदराबाद के सामवेद सनमुख शर्मा महाराज ने रत्न जड़ित सोने का मुकुट अर्पित किया. काशी विश्वनाथ धाम के त्रयंबकेश्वर हॉल में पराशर वैदिक आगम वेद शास्त्र परिषद ने साप्ताहिक कथा का आयोजन किया है.


हैदराबाद की संस्था ने अर्पित किया दान


कथा में भाग लेने आए सामवेद सनमुख शर्मा महाराज ने काशी विश्वनाथ मंदिर में दोपहर की भोग आरती से पूर्व चांदी की थाल, चांदी का कलश, चांदी की कटोरी के अलावा सोने का बेलपत्र और रत्न जड़ित सोने का मुकुट बाबा को अर्पित किया. आयोजन के दौरान दर्शनार्थी और संस्था से जुड़े श्रद्धालु बड़ी संख्या में मौजूद रहे. सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि संस्था की तरफ से दान बाबा विश्वनाथ के बैकुंठ चतुर्दशी पर होने वाले स्थापना दिवस से पहले किया गया है. उन्होंने बताया कि संस्था शनिवार को भी पूजन अभिषेक का आयोजन कराएगी. रविवार को स्थापना दिवस पर मंदिर में बाबा विश्वनाथ को तुलसी के पत्ते से सहस्त्रार्चन किया जाएगा.  


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