UP News: महादेव के सबसे बड़े दरबार काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath) में अब वीआईपी कल्चर खत्म करने की तैयारी शुरू कर दी गई है. मंदिर में आने वाला हर शिवभक्त अब एक समान होगा. मंदिर में वीआईपी दर्शन (VIP Darshan) के नाम पर मनामानी नहीं चलेगी. इसके लिए मंदिर प्रशासन की ओर से खास इंतजाम किए गए हैं. इसके तहत जिन लोगों को प्रोटोकॉल से सुविधा मिलती है, उन्हें ही मंदिर में दर्शन पूजन में छूट मिलेगी. संबंधित व्यक्ति को गेट नंबर चार से टोकन मिलेगा. इस दौरान उसके साथ ना सहायक होगा और ना ही समर्थक होंगे. मंदिर कर्मचारी उन्हें दर्शन कराएंगे.
वीआईपी दर्शन से होती है श्रद्धालुओं को परेशानी
आपको बता दें कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनने के बाद से मंदिर में एक लाख श्रद्धालु प्रतिदिन दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. इनमें बड़ी संख्या वीआईपी की होती है. वीआईपी दर्शन की वजह से शिवभक्तों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है ना सिर्फ मंदिर के अंदर बल्कि मंदिर के बाहर भी परेशानी होती है. सूत्र बताते हैं कि कुछ पुलिसवाले लोगों से पैसे लेकर लगातार वीआईपी दर्शन कराते थे, जिसकी वजह से मंदिर की व्यवस्था चरमराने लगी थी. इसी के मद्देनजर अब मंदिर प्रशासन ने वीआईपी कल्चर पर अंकुश लगाना शुरू कर दिया है. मंदिर प्रशासन के इस फैसले से शिवभक्त बेहद खुश नजर आ रहे हैं.
सुचारू दर्शन को लेकर मंदिर कार्यपालक कर रहे व्यवस्था
काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक सुनील वर्मा ने बताया कि श्री काशी विश्वनाथ के लोकार्पण के बाद बड़ी संख्या में श्रृद्धालु आ रहे हैं, उनको और अधिक सुविधाजनक ढंग से दर्शन कराने के लिए हम प्रोटोकॉल सिस्टम लागू कर रहे हैं, ताकि आम श्रृद्धालुओं को कोई दिक्कत न हो सके, साथ ही साथ लाइन में खड़े लोगों को असुविधा न हो. उन्होंने कहा कि ऐसा लग रहा था जैसे सभी तरफ से दर्शन हो रहे हैं. हम लोग व्यवस्थित ठंग से दर्शन कराने की कोशिश कर रहे हैं. हमने नियम बनाए हैं और पुलिस तथा जिला प्रशासन के साथ बैठक की है और इसको जल्द लागू करेंगे.
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