Varanasi News: काशी में शनिवार (6 जुलाई) से भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा, भाई बलराम के साथ भक्तों को दर्शन दे रहे हैं. शाम तकरीबन 4:30 बजे भगवान जगन्नाथ पालकी में सवार होकर रथयात्रा स्थल पहुंचें, जहां कल से काशी में रथ यात्रा मेले की शुरुआत हो जाएगी. यह रथ यात्रा मेला काशी के मशहूर लक्खा मेले में शुमार है. तीन दिनों तक वाराणसी का यह रथ यात्रा मेला धूमधाम से आयोजित होगा, जिसमें लाखों श्रद्धालु भगवान जगन्नाथ के दर्शन के लिए उमड़ेंगे.


काशी को परंपराओं का शहर कहा जाता है. इसी कड़ी में सृष्टि के पालनहार भगवान विष्णु के अवतार माने जाने वाले भगवान जगन्नाथ 14 दिनों तक अस्वस्थ रहते हैं. इस दौरान भक्तों द्वारा उन्हें स्वस्थ होने के लिए काढ़ा पिलाया जाता है और आज प्रातः भोर में भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और भाई बलराम के साथ पुनः  स्वस्थ होकर भक्तों को दर्शन दे रहे हैं. वाराणसी के अस्सी स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर पर दर्शन करने के लिए सुबह से श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी जा रही है. इसके बाद आज शाम भगवान जगन्नाथ पालकी में सवार होकर अस्सी चौराहा दुर्गाकुंड होते हुए रथ यात्रा के लिए निकलेंगे .


कल से लगेगा वाराणसी का विश्व प्रसिद्ध रथ यात्रा मेला
भगवान जगन्नाथ का रथ कल रथयात्रा स्थल से उठेगा जिसको देखने के लिए सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ देखी जाती है. यह रथ यात्रा मेला काशी के विश्व प्रसिद्ध लक्खा मेला में भी शुमार है. यह तीन दिनों तक धूमधाम से आयोजित किया जाएगा.  इस दौरान श्रद्धालु भगवान जगन्नाथ के दर्शन के लिए काशी से ही नहीं दूसरे जनपद से भी पहुंचते हैं. भगवान जगन्नाथ को तुलसी की माला चढ़ाई जाती है. इसके अलावा इस बार भगवान जगन्नाथ और उनके परिवार को 40 प्रकार की विशेष नानखटाई प्रसाद के रूप में चढ़ाई जाएगी.


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