UP News: उत्तर प्रदेश में पर्यटन के उद्देश्य से आने वाले देश-विदेश के पर्यटकों को बनारस के घाट बेहद प्रभावित करते हैं. बीते दशक से वाराणसी में बढ़ रही पर्यटकों की संख्या खास तौर पर घाटों की सुंदरता और भव्यता को देखने के लिए पहुंचती है. इन्हीं बनारस के घाटों में विश्व प्रसिद्ध नमो घाट की सुविधाएं देश की ही नहीं बल्कि विश्व पर्यटन स्थल की तुलना में सबसे अलग दिखाई दे रहे हैं.


बनारस के नमो घाट की स्वच्छता, एशिया का पहला फ्लोटिंग सीएनजी स्टेशन, दिव्यांग जनों के लिए घाट पर उतरने का सरल मार्ग और अब  काशी से अन्य धार्मिक पर्यटन शहरों के लिए हवाई यात्रा की शुरुआत. निश्चित ही यह सभी सुविधाएं वाराणसी के नमो घाट को बाकी घाटों से अलग बना रहा हैं.


जल्द मिलने वाली है श्रद्धालुओं को यह सौगात


वाराणसी के नमो घाट पर तेजी से हेलीपैड तैयार किया जा रहा है, जिसके माध्यम से आसपास के धार्मिक पर्यटन शहर अयोध्या, मथुरा, प्रयागराज, चित्रकूट जैसे शहरों को सीधा कनेक्ट किया जा सकेगा. हालांकि इससे पहले वाराणसी के किसी घाट पर ऐसी सुविधा नहीं थी. अभी प्रशासन द्वारा इसकी शुरुआत की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है लेकिन माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी अपने आगामी वाराणसी दौरे पर इस हेलीपैड को हरी झंडी दिखा सकते हैं. ऐसे में निश्चित ही अयोध्या के श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा आयोजन के समय काशी और अयोध्या को जोड़ने के लिए वाराणसी के नमो घाट का यह हेलीपैड महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.


नमो घाट पर पर्यटकों को यह सुविधा
आधुनिकता और प्राचीन विरासत के संगम को संजोते हुए बनारस के नमो घाट की व्यवस्थाएं बाकी घाटों से थोड़ी अलग है. इस घाट पर फ्लोटिंग सीएनजी स्टेशन के साथ-साथ ओपन एयर थिएटर, विसर्जन कुंड, बाथिंग कुंड, चेंजिंग रूम और फ्लोटिंग जेटी का निर्माण हुआ है. इसके अलावा यहां पर लोग एक बेहतर माहौल और अच्छी वातावरण में मॉर्निंग वॉक व योग -व्यायाम कर सकेंगे.


इसके अलावा विआईपी लॉउंज़ ,लाइब्रेरी, ओपन थिएटर के साथ-साथ बनारसी सभी मशहूर खान-पान के फूड कोर्ट और मल्टीपरपज प्लेटफार्म भी उपलब्ध है. आने वाले समय में अगर यहां पर हेलीपैड के माध्यम से लोकल शहरों के लिए हवाई यात्रा शुरू होती है तो और अधिक संख्या में पर्यटक पहुंचेंगे. इसके अलावा बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम भी इस घाट पर आयोजित किए  जा सकेंगे.


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