Varanasi News: उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने अपने एक दिवसीय वाराणसी दौरे पर बीएचयू के स्वतंत्रता भवन में आयोजित अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी सुफलाम के दूसरे दिन रविवार को तकनीकी सत्र के बाद जनसभा को संबोधित किया. उन्होंने किसानों से कहा कि वे गौ आधारित प्राकृतिक खेती की ओर लौटें, धरती माता के साथ खिलवाड़ गलत हैं. उन्होंने किसानों से गौ आधारित प्राकृतिक खेती करने की अपील की.


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार गंभीर है और किसानों को योजनाओं के जरिए लाभ दिया जा रहा है. जलवायु परिवर्तन से हो रहे खतरे को देखते हुए अब समय की मांग है कि गौ आधारित प्राकृतिक खेती पर जोर दिया जाए.


किसानों को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि जलवायु परिवर्तन की वजह से सबसे ज्यादा नुकसान धरती और जल का ही हुआ है. धरती माता के साथ खिलवाड़ गलत है. जो हर हाल में बंद होना चाहिए. इसके लिए यह जरूरी है कि केमिकल युक्त खेती की जगह गौ आधारित प्राकृतिक खेती की जाए.


'भारत दुनिया को देगा नया मार्गदर्शन'
मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी में गंगा किनारे के जिलों में प्राकृतिक खेती को बढावा दिया जाएगा. इसके लिए प्राकृतिक परिषद का गठन किया गया है. खुद के विकास के लिए लोग पर्यावरण को जहरीला बनाते जा रहे हैं. जीवन का अस्तित्व पांच तत्वों क्षिति, जल, पावक, गगन, समीरा से ही है. इसे अब बचाने की जरूरत है. सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अगले साल तक भारत जी-20 देशों का नेतृत्व करके दुनिया को नया मार्गदर्शन देगा. यह भारत के लिए गर्व की बात है. 


सीएम ने कहा कि प्रयागराज कुंभ में 24 करोड़ श्रद्धालु आए थे और दुनिया के सामने सुरक्षा, सुव्यवस्था और स्वच्छता का एक बेहतरीन मॉडल प्रस्तुत हुआ था. उन्होंने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव का साल है. भारत ने बहुत सारी उपलब्धियां हासिल की है. जब अमृत महोत्सव की वर्ष की आहट हुई थी, तब दुनिया में कोरोना वायरस की भी आहट सुनाई दे रही थी. दुनिया उसके आगे पस्त थी.दुनिया में कोरोना जैसे महामारी में पूरी तरह पस्त हो चुकी थी, लेकिन भारत लोकतांत्रिक मूल आदर्श के सम्मान करते हुए अपने 140 करोड़ की आबादी को न केवल सुरक्षा कवच के रूप में बल्कि स्वदेशी वैक्सीन विकसित कर रही थी. यह नए भारत की नई तस्वीर प्रस्तुत करती है.


'भारत दुनिया की पांचवीं अर्थव्यवस्था बना'
सीएम ने कहा कि जिस ब्रिटेन ने हम पर 200 सालों तक शासन किया था, आज उसी ब्रिटेन को पछाड़कर भारत दुनिया की पांचवीं अर्थव्यवस्था बना है. यह वर्ष हम लोगों के लिए महत्वपूर्ण है. उन्होंने बताया कि 1 दिसंबर से लेकर 30 नवंबर 2023 तक भारत के पास दुनिया के 20 उन बड़े देशों के नीति बनाने का अवसर प्राप्त हुआ है.जी-20 का नेतृत्व भारत कर रहा है.भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में न केवल नेतृत्व करेगा, बल्कि दुनिया को एक नया मार्गदर्शन देगा. 


उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए भारत सरकार के कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि आज पूरी दुनिया में जलवायु परिवर्तन की चर्चा जोरों से है ,इसके लिए मानव जाति ही जिम्मेदार है ऐसे परिस्थिति में किसी न किसी को आगे आकर सुधार करना ही होगा. भारत की संस्कृति वसुधैव कुटुंबकम के सिद्धांतों पर आधारित है. पूर्वजों के इस ज्ञान को और अधिक शक्ति प्रदान करने की आवश्यकता है. 


यह भी पढ़ें:-


UP Politics: लोकसभा चुनाव से बसपा एक्टिव, मायावती को हर हफ्ते देनी होगी रिपोर्ट, सिपाहसालारों को ये खास निर्देश