Sawan 2024: सावन का चौथा सोमवार कल, काशी विश्वनाथ आने वाले श्रद्धालुओं को इन बातों का रखना होगा ध्यान
Varanasi News: सावन महीने के चौथे सोमवार को काशी विश्वनाथ मंदिर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए है. गंगा नदी का जल स्तर बढ़ने के कारण श्रद्धालुओं के गंगा द्वार से प्रवेश पर रोक लगाई गई है.
kashi Vishwanath Dham: सावन माह के दौरान भारी संख्या में श्रद्धालु काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने पहुंच रहें हैं. इसी बीच पहाड़ी क्षेत्रों पर हो रही भारी बारिश के चलते वाराणसी में गंगा नदी के जलस्तर में भी वृद्धि देखी गई है. इसको ध्यान में रखते हुए वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में गंगा द्वार-ललिता घाट से श्रद्धालुओं का मंदिर में प्रवेश नहीं हो सकेगा. इसके अलावा भी सुरक्षा दृष्टिकोण से अन्य दो प्रवेश द्वार बंद रहेंगे. जिसकी वजह से अनुमान लगाया जा रहा है कि मंदिर के शेष तीन प्रवेश द्वार से ही परिसर में जाने के लिए श्रद्धालुओं को लंबी कतार में लगना पड़ सकता है.
सावन के चौथे सोमवार की तैयारी को लेकर काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने एबीपी लाइव से बातचीत के दौरान बताया कि सावन माह के दौरान शिव भक्तों का मंदिर पहुंचना लगातार जारी है और मंदिर प्रशासन उनके सुलभ दर्शन के लिए पूरी तरह तत्पर है. सावन के चौथे सोमवार को लेकर तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है. इस बार बढ़ते गंगा जलस्तर की वजह से मंदिर परिसर के गंगा द्वार ललिता घाट से श्रद्धालुओं का प्रवेश नहीं होगा.
गोदालिया से मैदागिन तक नो व्हीकल जोन
इसके अलावा भी गेट संख्या 4A और सरस्वती प्रवेश द्वार से सुरक्षा दृष्टिकोण से श्रद्धालुओं का प्रवेश नहीं हो सकेगा. इसलिए संभावना जताई जा रही है की बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं को शेष तीन प्रवेश द्वार से मंदिर परिसर तक पहुंचने के लिए लंबी कतार में लगना पड़ सकता है. प्रथम द्वितीय तृतीय सोमवार की तरह चौथे सोमवार कों किसी भी प्रकार का प्रोटोकॉल दर्शन उपलब्ध नहीं रहेगा.
सावन के चौथे सोमवार के दिन काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है. पिछले सोमवार की तरह ही इस बार भी मैदागिन से गोदौलिया मार्ग तक आज रात से ही नो व्हीकल जोन लागू रहेगा. दरअसल इस मार्ग से ही अधिक संख्या में श्रद्धालु मंदिर में प्रवेश करते हैं. बीते तीन सोमवार की तुलना में इस बार अधिक संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है. ऐसे में मंदिर के तीन प्रवेश द्वार से ही परिसर में श्रद्धालुओं को एंट्री मिलेगी, इसलिए चौथे सोमवार के दिन काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतार लग सकती है.
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