Kashi Vishwanath Dham: 13 दिसंबर को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के तीन वर्ष हो रहे पूरे, तीन साल में कितनी बदली महादेव की नगरी?
Varanasi News: काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को तीन वर्ष पूरे हो रहे हैं, 13 दिसंबर 2021 को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण किया गया था. इस अवसर पर काशी विश्वनाथ मंदिर को भव्य तरीके से सजाया जा रहा है.
Kashi Vishwanath Dham: द्वादश ज्योतिर्लिंग में से एक है वाराणसी का श्री काशी विश्वनाथ मंदिर जिसे काशी विश्वनाथ धाम के नाम से भी जाना जाता है. 13 दिसंबर 2021 को इस प्राचीन मंदिर का नए स्वरूप में लोकार्पण किया गया था. अब इसे 3 वर्ष पूरे हो रहे हैं. इन तीन वर्षों में काशी विश्वनाथ धाम की भव्यता को दिनों दिन बढ़ते देखा गया है और श्रद्धालुओं की आस्था के साथ-साथ यह भी प्रमुख वजह है कि महीने में यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या करोड़ों में रहती है. साथ ही बाबा को चढ़ाए जाने वाले चढ़ावे में भी रिकॉर्ड बढ़ोतरी देखी जा रही है. काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण को पूरे हो रहे 3 वर्ष के अवसर पर परिसर में अलग-अलग सांस्कृतिक कार्यक्रम और रुद्राभिषेक का आयोजन किया जाएगा.
काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण 13 दिसंबर 2021 को हुआ था. अब इसे 3 वर्ष पूरे हो रहे हैं, इस अवसर पर काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन की तरफ से इस दिन रुद्राभिषेक और विभिन्न सांस्कृतिक आयोजन की तैयारी की गई है. इसके अलावा परिसर को आकर्षक रूप में सजाया जाएगा. मंदिर प्रशासन की तरफ से इस अवसर को बेहद खास बनाने की तैयारी की जा रही है.
वहीं सावन माह और महाशिवरात्रि सहित अन्य प्रमुख तिथियों पर काशी विश्वनाथ धाम में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या रोजाना 3 लाख से अधिक होती है. इसके अलावा सावन माह के दौरान तो करोड़ों की संख्या में शिव भक्त बाबा के दरबार में पहुंचते हैं. इसके अलावा बाबा के खज़ाने की बात कर ली जाए तो चढ़ावे में हर वित्तीय वर्ष के आंकड़े बीते वर्षों के आंकड़ों को पीछे छोड़ रहे हैं.
बाबा के धाम की बढ़ी है भव्यता
काशी विश्वनाथ धाम में अलग-अलग त्योहार और प्रमुख तिथियों पर भव्य सजावट व सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होता है. इसके अलावा वर्तमान समय में श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सुलभ दर्शन, चिकित्सा सुविधा, मंदिर से संबंधित जानकारी से जुड़ी व्यवस्थाओं को पहले से भी बेहतर बनाया गया है. निश्चित ही भगवान शंकर का सबसे बड़ा दरबार काशी विश्वनाथ मंदिर आज के दौर में आस्था के साथ-साथ धार्मिक पर्यटन का भी बहुत बड़ा केंद्र बन चुका है.
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