Mortal Shivalinga In Varanasi: विश्व प्राचीन शहर काशी को भगवान शिव की नगरी कहा जाता है और ऐसी मान्यता है कि यहां कड़ कड़ में भगवान शिव वास करते हैं. काशी में पार्थिव शिवलिंग की पूजा व इनके पूजन से जुड़े विशेष आयोजन किए जाते रहे हैं. लेकिन पहली बार ऐसा हो रहा है, जब दक्षिण भारत से एक करोड़ एक लाख पार्थिव शिवलिंग को काशी ले आया गया है. विश्व कल्याण की मनोकामना के साथ पार्थिव शिवलिंग का विधि विधान से पूजन किया जा रहा है.
5 महीने में तैयार हुए एक करोड़ एक लाख पार्थिव शिवलिंग
श्री श्री विजयनंदनधा गुरु सेवा समिति की तरफ से श्री लक्ष्मी ने बातचीत के दौरान बताया कि दक्षिण भारत के तेलंगाना, आंध्र प्रदेश सहित कई शहरों के लोगों द्वारा 50 अलग-अलग केंद्रों में बीते 5 महीने में एक करोड़ एक लाख पार्थिव शिवलिंग को शुद्ध मिट्टी से तैयार किया गया. पार्थिव शिवलिंग को बनाने में हजारों लोगों ने अपनी सहभागिता दी हैं.
उन्होंने कहा कि श्रद्धा भाव से अलग-अलग जगहों के लोग सोशल मीडिया के माध्यम से हमसे जुड़े और उन्होंने पार्थिव शिवलिंग को बनाने में अपनी रुचि दिखाई. यह सभी पार्थिव शिवलिंग को लेकर हम दक्षिण भारत से काशी पहुंचे हैं. सभी शिवलिंग को बड़े ही व्यवस्था पूर्वक पैक करके काशी लाया गया है और भगवान शिव की नगरी काशी में हम उनके ही आशीर्वाद से पार्थिव शिवलिंग लेकर पहुंचे हैं.
19-27 नवंबर तक हो रहा विशेष अनुष्ठान
श्री लक्ष्मी ने बताया कि विश्व कल्याण और उन्नति के उद्देश्य से वाराणसी पहुंचे एक करोड़ एक लाख पार्थिव शिवलिंग का शिवाला घाट स्थित चेत सिंह किले में पूजन अर्चन कराया जा रहा है और यह अनुष्ठान 19 नवंबर से 27 नवंबर तक आयोजित किया जाएगा. इसके पीछे मान्यता है कि काशी में पार्थिव शिवलिंग के विशेष पूजन से सबकी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. कार्तिक महीने में हो रहे इस विशेष पूजन में भारी संख्या में दक्षिण भारत के लोग शामिल हो रहे हैं.
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