Swami Avimukteshwaranand Statement: सत्ता पक्ष और विपक्ष में पोस्टर वार जारी है. इस बीच बटोगे तो कटोगे व इससे जुड़े नारे प्रदेश की राजधानी लखनऊ से लेकर महाराष्ट्र तक सुर्खियों में है. अब बटोगे तो कटोगे को लेकर ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने बड़ा बयान दिया है. उनका कहना है कि हिंदू समाज कहीं से भी जातियों में नहीं बटा है. अलग-अलग जातियां तो हमारे समाज में क्यारी जैसी हैं. सच्चाई तो यह है कि आज देश को जातियों में बांटने का काम राजनीतिक दल कर रहे हैं.


शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत के दौरान कहा कि, हिंदू समाज कहीं से भी जातियों में नहीं बटा हैं. जातियां तो हमारे समाज में क्यारी की तरह हैं. हकीकत यह है कि राजनीतिक दल देश को जातियों में बांटने का काम कर रहे हैं. राजनीतिक पार्टियां समाज में विभेद पैदा कर रही हैं. अगर राजनीतिक दलों ने इसे बंद नहीं किया तो निश्चित ही देश में विभाजन का खतरा उत्पन्न हो सकता है. बटोगे तो कटोगे और ऐसे विचारों से भाई-भाई व लोगों के बीच मतभेद हो जाते हैं. समाज जातियों में कहीं से भी नहीं बटा. यह सिर्फ राजनीतिक दलों का काम है.


'गौ माता को राष्ट्र माता बनाने का संकल्प जल्द होगा पूरा'
25 से अधिक प्रदेशों के भ्रमण के बाद वाराणसी पहुंचे शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि, हम गौ माता की रक्षा के संकल्पों के साथ देश के अलग-अलग प्रदेशों के लिए निकले थे. जैसे ही हम निकले देश की आर्थिक राजधानी महाराष्ट्र ने गौ माता को राज्य माता का दर्जा दिया. हम परिणाम के बारे में नहीं सोचते हैं. हम अपने उद्देश्य में लगे हुए हैं. इसके अलावा गौ संगठन की देश के सांसद-विधायकों से बातचीत जारी है. जो भी गौ माता की रक्षा के बारे में स्पष्ट विचार रखता है वह हमारा भाई है. अन्यथा हमें बहुत कष्ट होगा कि अगर जो भी गौ माता की रक्षा के बारे में अपना स्पष्ट मत नहीं रखेगा.


'मस्जिदों से मुस्लिम ऐलान करवाएँ कि..'
महाकुंभ को लेकर उन्होंने कहा कि, यह बहुत बड़ा धार्मिक पर्व हैं. सनातन धर्म में मान्यता हैं कि पवित्र संगम नदी के स्नान से सभी पापों से मुक्ति मिलती है. लेकिन ईसाई धर्म इस्लाम धर्म में ऐसा कहीं भी जिक्र नहीं है, इसलिए उन्हें स्वयं विचार करके ऐसे आयोजन में नहीं जाना चाहिए. अगर मुसलमान को वहां पर आना है तो सबसे पहले अपने मस्जिद से इस बात का एलान करवा लेना चाहिए कि गंगा स्नान से सभी पापों से मुक्ति मिलती है, तब उनके आने पर विचार किया जा सकता है.


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