पीएम मोदी के आदर्श गांव जयापुर ने लिखी सफलता की इबारत, बना आम का बड़ा निर्यातक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदर्श गांव जयापुर बड़े आम निर्यातक के तौर पर जाना जाएगा. अब यहां का आम विदेशों में धूम मचाएगा. लंगड़ा और चौसा आम की ये खास प्रजाति सात समंदर पार अपना जलवा बिखेरेगा.
वाराणसी, (नितीश कुमार पाण्डेय) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस गांव को गोद लिया था अब उसके नाम नयी उपलब्धि जुड़ गई है. प्रधानमंत्री का संसदीय आदर्श गांव जयापुर अब आम का बड़ा निर्यातक बन चुका है. पहले दुबई और अब लंदन के लोग भी प्रधानमंत्री के सांसद आदर्श गांव जयापुर के बनारसी लंगड़ा आम का स्वाद चख सकेंगे. अपने स्वाद पर गुमान लिए बनारसी लंगड़ा आम इठलाते हुए लंदन के सफर पर रवाना हुआ. बनारसी लंगड़ा आम की डेढ़ टन की पहली खेप को कमिश्नर ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. राजा तालाब स्थित पेरिशबल कार्गो सेंटर में ही एक माह के अंदर पैकेजिंग सेंटर स्थापित किए जाने का निर्देश दिया.
सात समंदर पार काशी का लंगड़ा आम बनारसी आम विदेशों में धूम मचाएगा, इसमें लंगड़ा और चौसा आम की उम्दा वैरायटी विदेश में रह रहे लोगों को काशी की मिट्टी के स्वाद से परिचय कराएगी. विदेशों में लागतार बढ़ रही बनारसी आम की डिमांड से किसानों में उत्साह है.
प्रधानमंत्री के संसदीय आदर्श गांव का आम बना खास प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सांसद आदर्श गांव जयापुर का बनारसी लंगड़ा आम लंदन की बाजारों में पहुंचते ही वहां के बाजारों की रौनक बढ़ा देगा. बनारसी लंगड़ा आम अपनी मौजूदगी से पूरे लंदन की बाजार को गुलजार करेगा. इसके साथ ही वहां के लोग अब फलों के राजा के रूप में प्रसिद्धि प्राप्त बनारसी लंगड़ा का स्वाद चख सकेंगे. वाराणसी के कमिश्नर दीपक अग्रवाल राजा तालाब स्थित पेरिशबल कार्गो सेंटर से बनारसी लंगड़ा आम के डेढ़ मीट्रिक टन के पहली खेप को हरी झंडी दिखाकर लंदन की यात्रा पर जाने के लिये रवाना किया. इसके साथ उन्होंने 12 मीट्रिक टन बनारसी लंगड़ा और चौसा आम के खेप को बेंगलुरु के सुपरमार्केट के लिए भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सांसद आदर्श गांव जयापुर की "जया सीड्स प्रोड्यूसर कंपनी किसान संघ" द्वारा रविवार को लंदन भेजा गया. आम पहले लखनऊ पहुंचेगा और मैंगो पैकहाउस रहमान खेड़ा में उसे पैक किया जाएगा, फिर वह लखनऊ हवाई अड्डे से एयर इंडिया के विमान से दिल्ली के रास्ते लंदन जायेगा.
पहले दुबई और अब लंदन की ओर रवाना हुआ बनारसी लंगड़ा बीती 28 मई को पहली बार 3 मीट्रिक टन आम की एक खेप लंगड़ा और दशहरी किस्म को दुबई भेजा गया था और वाराणसी से लंदन 1.2 मीट्रिक टन की खेप भेजी गई है. इस खेप में लंगड़ा, रामखेड़ा, दशहरी किस्म भी शामिल हैं. अधिकारियों की माने तो लगातार एनपीपीओ, आईजीएआई एयरपोर्ट अथॉरिटी और मैंगो पैकहाउस के साथ समन्वय कर सुनिश्चित कराया जा रहा है कि इस काम में कोई भी बाधा उत्पन्न न हो सके. राजा तालाब स्थित पेरिशबल कार्गो सेंटर में ही आगामी एक माह के अंदर पैकेजिंग हेतु पैक हाउस स्थापित कराये जाने के भी निर्देश दिए गए हैं. कार्गो सेंटर में वेट सोइल्टिंग एवं ग्रेडर मशीन पहले से ही लगा हुआ है और पैकेजिंग की व्यवस्था हो जाने पर यहां से दुनिया के अन्य देशों को भेजे जाने वाले फल एवं सब्जियों की पैकेजिंग कराने के लिए लखनऊ नहीं भेजना पड़ेगा और कार्गो सेंटर राजा तालाब में ही पैकेजिंग होकर लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से ही सीधे विदेशों तक भेजा जा सकेगा.
सुपर मार्केट में लगातार बढ़ रही बनारसी आम की डिमांड बनारसी आम का विदेशों में निर्यात होने से देश के अन्य सुपर मार्केट में भी इसकी मांग बढ़ी है. बीते दिनों दिल्ली के सुपरमार्केट में बनारस का आम भेजा गया था, लंदन के साथ-साथ बेंगलुरु के सुपर मार्केट में भी बनारसी आम भेजा गया है. बनारसी आम अंतरराष्ट्रीय मार्केट के निर्धारित पैमाने पर खरा उतर गया तो वह दिन दूर नहीं जब बनारसी आम दुनिया में धूम मचा देगा. अभी आगे कई देशों में भेजने का प्रयास जारी है.
आम के किसानों के दिन बहुरेंगे पहले 20 से 25 रुपये प्रति किलो जहां आम स्थानीय बाजार में बिकता था, अब 45 रुपए प्रति किलो तक किसानों को आम का दाम मिल रहा है. निश्चित रूप से विदेशों में भेजे जाने के कारण स्थानीय बाजार में भी आम का सही मूल्य मिलने से आम उत्पादक किसानों के चेहरे पर खुशी और संतोष साफ देखने को मिल रहा है. आम की विदेशी पहुंच से किसानों के दिन निश्चित तौर पर बहुरने की उम्मीद है.